राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जहां लगातार घोषणाएं करते जा रहे हैं, वहीं कई वर्ग आगे आकर अपनी अलग-अलग मांगे रख रहे हैं. यही नहीं उन मांगों को कई अनोखे तरह से पेश भी कर रहे हैं. ऐसा ही एक अनोखा मामला उदयपुर में सामने आया, जहां मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय की कार्मिक महिलाओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुतले को राखी बांधी और भाई बनाया.
फिर एक बहन के रूप में कार्मिकों की चली आ रही मांग को उपहार के रूप में मांगा. इसी मांग को लेकर कार्मिक कई दिनों से विरोध भी कर रहे हैं और हड़ताल भी, जानिए क्या है मांग.
कल रखी, इसलिए विरोध का यह तरीका अपनाया
उदयपुर संभाग की सबसे पर यूनिवर्सिटी मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय में कार्मिक कई दिनों से विरोध कर रहे हैं. विरोध के रूप में उन्होंने हड़ताल भी की, अनशन किया और प्रदर्शन भी कर रहे हैं.
लेकिन सरकार तक तटस्थ तरीके से अपनी बात पहुंचाने के लिए अनौखा तरीका अपनाया. रक्षाबंधन के एक दिन पहले विरोध कर रहे कार्मिकों में से महिलाओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुतले को राखी बांधी. सभी प्रदर्शन कर रही महिलाएं आई और रखी बांधती गई. सीएम से कहा कि भाई बनाया है, उपहार के रूप में को हमारी मांग चली आ रही है उसे दे दीजिए.
यह रखी मांग
संयुक्त संघर्ष समिति की तरफ से बताया गया कि राज्य सरकार ने राजस्थान के सरकारी कर्मचारियों को बड़ा उपहार दिया है. उपहार ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने का है. लेकिन इस स्कीम में यूनिवर्सिटी के कार्मिकों को छोड़ दिया गया है.
इसी का विरोध करते हुए प्रतिदिन 5 कर्मचारियों द्वारा क्रमिक अनशन पर बैठकर भूख हड़ताल की जा रही है. शेष सभी शिक्षकों, कर्मचारियों, सहायक कर्मचारियों ने संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर विरोध कर रहे हैं. दोपहर को 12 से 1.30 बजे तक कार्य बहिष्कार करके काली पट्टी बांधकर प्रशासनिक भवन के बाहर सड़क पर बैठ कर प्रदर्शन किया. वहीं महिलाओं से सीएम गहलोत के पुतले को राखी बांधी. मांग रखी कि सरकारी कर्मचारियों के साथ यूनिवर्सिटी के कार्मिकों को भी जोड़ा जाए. यह प्रदर्शन पिछले एक माह से चल रहा है.