Raksha Bandhan 2022: राजस्थान की जेलों में 2 साल बाद मना रक्षाबंधन का पर्व, प्रोटोकॉल के तहत बहनों ने बांधी रखी
Raksha Bandhan: कोरोना के कारण दो सालों से अपने भाइयों को राखी नहीं बांध पाई बहनों ने इस बार जेल में जाकर अपने भाईयो को राखी बांधा. भाईयों को दो साल बाद सामने देख कर बहनों के आंखों से आंसू छलक उठे.
Rajasthan News: रक्षाबंधन के पर्व पर गुरुवार को में बहनों की भीड़ लगी रही. यहां बहनें भाई के लिए राखी के साथ उनके मनपसंद पकवान और मिठाइयां लेकर आईं थीं. सघन चेकिंग के बाद बहनों का लाइन में आगे बढ़ते हुए भाई तक पहुंचकर उन्हें राखी बांधने का सिलसिला दिनभर चलता रहा. बता दें कि कोरोना काल के बाद बूंदी के सेंट्रल जेल में आज सुबह से ही राखी बांधने का सिलसिला शुरू हो गया था. यहां आई बहनें जेल में बंद अपने भाइयों की कलाई पर लगातार राखी बांधती रहीं. इसी तरह प्रदेशभर की जेलों में रक्षाबंधन के अवसर पर बहन ने भाई को राखी बांधने पहुंची. रक्षाबंधन के पर्व को लेकर राजस्थान कारागार विभाग ने अलग से गाइडलाइंस जारी की और सिक्योरिटी के साथ रक्षाबंधन का पर्व मनाने दिया गया और इसको लेकर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात दिखाई दिया.
2 साल बाद जेल में मना राखी का पर्व
गौरतलब है कि पिछले 2 सालों से कोरोना की पाबंदियों के चलते जेल में मिलने तक की भी पाबंदी थी. ऐसे में राखी का पर्व जेल में नहीं मनाया जा सका. इस बार कोरोना की पाबंदी हटने के बाद जेल में राखी का पर्व मनाया गया. बड़ी संख्या में प्रदेशभर की जेलों में बहने राखी बांधने पहुंची. 2 साल बाद अपने भाई का चेहरा देखते ही बहनों के आंखों में आंसू तक छलक उठे. कैदी भाइयों ने उत्साह के साथ बहनों से कलाई पर रक्षा सूत्र बनाया और भगवान से जल्द से जल्द रिहा होने की कामना की. इसके साथ ही भाइयों से अपराध की दुनिया छोड़कर सभ्य समाज में भूमिका निभाने का संकल्प दिलाया.
कोरोना प्रोटोकॉल में मना रक्षाबंधन
कोरोना की पाबंदी हटने के बाद पहली बार जेलों में मनाए जा रहे रक्षाबंधन के त्यौहार को लेकर राजस्थान कारागृह विभाग ने अलग से गाइडलाइन जारी की. जिसमें कैदी भाइयों से मिलने आ रहे बहनों को मास्क, सैनिटाइजर का प्रयोग करने के साथ ही मिलने का प्रावधान किया गया. साथ ही मिठाई सहित अन्य सामग्रियों की पाबंदी रही. हालांकि भाइयों की कलाई पर राखी बांधने पहुंची बहनों को गाइडलाइंस की जानकारी नहीं थी, ऐसे में बड़ी संख्या में मिठाई लेकर पहुंची, लेकिन गाइडलाइंस का हवाला देते हुए जेल प्रशासन ने बहनों को केवल रक्षा सूत्र के साथ ही जेल के अंदर जाने दिया. रक्षाबंधन के पर्व पर बहनों ने राखी बांधी लेकिन अपने भाइयों का मीठा मुंह नहीं कराने से कई बहन मायूस नजर आई. हालांकि दो साल बाद अपने भाइयों से मिली बहने खुश भी थी.
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