Ram Mandir Opening: राजस्थान सरकार में हैं एक ऐसे मंत्री, जिन्होंने लिया है माला न पहनने का प्रण, जानें क्या है वजह
Ram Mandir: राजस्थान विधानसभा चुनाव जीतने और शिक्षा मंत्री बनने के बाद भी मदन दिलावर ने किसी भी स्वागत समारोह के समय माला नहीं पहना. अब उन्होंने खुद बताया है कि वह कब माला पहनना शुरू करेंगे.
Rajasthan News: राजस्थान की भजनलाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) सरकार में एक मंत्री ऐसे भी हैं, जो पिछले कई सालों से किसी भी खुशी के मौके या किसी भी तरह के स्वागत के दौरान कभी भी माला नहीं पहनते हैं. विधानसभा चुनाव जीतने और मंत्री बनने के बाद भी उन्होंने किसी भी स्वागत समारोह के समय भी माला नहीं पहनी. अब आप भी जानना चाह रहे होंगे कि ये मंत्री कौन हैं? तो आइए आज हम आपको इनसे रूबरू करवाते हैं और बताते हैं कि आखिर क्या कारण है जो वह किसी भी मौके पर माला नहीं पहनते हैं.
शिक्षा मंत्री ने बताया वह क्यों नहीं पहनते माला
दरअसल राजस्थान सरकार के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने प्रण लिया था कि अयोध्या के राम मंदिर में भगवान रामलला नहीं विराजेंगे, तब तक वह कभी माला नहीं पहनेंगे. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत करते हुए बताया कि उन्होंने फरवरी 1990 में दो संकल्प लिए थे. मेरा एक संकल्प था कि भारत देश के एक भाग में अनुच्छेद 370 लगा हुआ है, जब तक वह समाप्त नहीं हो जाता है तब तक मैं किसी भी तरह के आरामदायक बिस्तर पर नहीं सोऊंगा.'
उन्होंने कहा, 'मेरा पहला संकल्प आर्टिकल 370 खत्म होने पर समाप्त हो गया है. मेरा यह संकल्प करीब 30 साल तक चला. मैंने जब यह संकल्प लिया था, तो मेरे दोस्त कहते थे कि तू ऐसे ही मर जाएगा. यह तो भगवान की कृपा और पीएम मोदी का आशीर्वाद रहा कि मैंने आर्टिकल 370 को समाप्त होते देख लिया.'
22 जनवरी के बाद माला पहनने पर करेंगे विचार
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने आगे बताया कि मेरा दूसरा संकल्प यह था कि जब तक भगवान श्रीराम का अयोध्या में भव्य मंदिर नहीं बन जाता है और भगवान रामलला मंदिर में नहीं विराजते हैं, तब तक मैं माला नहीं पहनूंगा. मैं आज भी उसी संकल्प का पालन कर रहा हूं. इस 22 जनवरी को भगवान श्री राम के भव्य मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा होने वाली है. इसी के साथ ही मेरा संकल्प पूरा होने वाला है, उसके बाद माला पहनने पर विचार किया जाएगा.