Baba Ramdev Controversy: योग गुरु बाबा रामदेव (Ramdev) का विवादित बयान अब राजस्थान (Rajasthan) सरकार के लिए परेशानी बन गया है. मुस्लिम समाज के खिलाफ बाबा के विवादित बोल पर असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) भी विरोध पर उतर आई है. पार्टी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) को पत्र लिखकर बाबा के विवादित बयान का विरोध करते हुए कानूनी कार्यवाही की मांग की है. साथ ही चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने कार्यवाही नहीं की तो पूरे प्रदेश में पुरजोर विरोध किया जाएगा.


'राज्य की शांति भंग करने की साजिश'


एआईएमआईएम ने सीएम को लिखे पत्र में कहा कि बाबा रामदेव ने इस्लाम धर्म के लाखों-करोड़ों अनुयायियों की धार्मिक आस्थाओं और विश्वास का अपमान किया है. यह दो समुदाय और धर्मों के बीच घृणा और वैमनस्य फैलाने और राज्य की शांति व्यवस्था भंग करने के लिए जानबूझकर किया गया कृत्य है. गौरतलब है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी आगामी 18 व 19 फरवरी को दो दिवसीय राजस्थान दौरे पर आएंगे. 18 फरवरी को कामां और 19 फरवरी को टोंक में जनसभा को संबोधित करेंगे.


बाड़मेर में सड़कों पर उतरा मुस्लिम समाज


देशभर में मामला गर्माने के बाद बाड़मेर का मुस्लिम समाज भी सड़कों पर उतर आया है. लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर बाबा रामदेव के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है. एआईएमआईएम पार्टी के सदस्य मौलाना बरकत अली ने कहा कि बाड़मेर और जैसलमेर जिला कौमी एकता की मिसाल है. यहां आकर घटिया स्तर की विवादित बयानबाजी कर बाबा रामदेव ने सांप्रदायिक सौहार्द का माहौल बिगाड़ने की साजिश की है. बाबा रामदेव के खिलाफ शीघ्र ही कानूनी कार्रवाई करें. उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि सरकार को इस मामले का पता होने के बावजूद गंभीरता नहीं दिखाई. सरकार और प्रशासन की अनदेखी बड़े विवाद की वजह बन सकती है.


अल्पसंख्यक आयोग अध्यक्ष ने जताई नाराजगी


राजस्थान अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष और कांग्रेस (Congress) विधायक रफीक खान (Rafeek Khan) ने बाबा की बात को बेहद घटिया करार देते हुए इसे सोची-समझी साजिश बताया है. मीडिया से बातचीत में खान ने कहा कि केंद्र सरकार की कृपा से रामदेव की कंपनियां प्रोग्रेस कर रही हैं, इसलिए उन्हें राजस्थान में सांप्रदायिकता और जातिवाद फैलाने के लिए भेजा गया है. वे षड्यंत्र के तहत राजस्थान आए थे. योग गुरु का किसी धर्म के खिलाफ गलत टिप्पणियां करना बेहद शर्मनाक है. कोई भी धर्म दुश्मनी नहीं सिखाता है. केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को बाबा रामदेव के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.


बाबा ने बाड़मेर में दिया था यह बयान


स्वामी रामदेव (Swami Ramdev) ने बाड़मेर (Barmer) में एक धर्मसभा को संबोधित करते हुए इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ विवादित बात कही थी. उन्होंने धार्मिक मंच से कहा कि 'इस्लाम धर्म का मतलब सिर्फ नमाज पढ़ना है. मुसलमानों के लिए सिर्फ नमाज पढ़ना जरूरी है और नमाज पढ़ने के बाद कुछ भी करो, सब जायज है. चाहे हिंदुओं की लड़कियों को उठाओ, चाहे जिहाद के नाम पर आतंकवादी बनकर जो मन में आए वो करो, लेकिन दिन में 5 बार नमाज पढ़ो. फिर सब जायज होता है.'


ये भी पढ़ें:- 'मुस्लिम पुरुष हिंदू महिलाओं का अपहरण कर आतंक फैलाते हैं', बाबा रामदेव का बयान वायरल होने पर टोंक में शिकायत दर्ज