Rajasthan Election 2023: सीएम गहलोत के करीबी रामेश्वर दाधीच ने नाम वापस लिया, कांग्रेस से नाराज होकर निर्दलीय लड़ने का किया था एलान
Rajasthan Elections 2023: सीएम अशोक गहलोत के हमशक्ल कहे जाने वाले रामेश्वर दाधीच ने गुरुवार को अपना नामांकन वापस ले लिया है. कांग्रेस से नाराज होकर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान किया था.
Rajasthan Election 2023 News: जोधपुर की सूरसागर विधानसभा सीट से सीएम अशोक गहलोत के हमशक्ल कहे जाने वाले और पूर्व महापौर रामेश्वर दाधीच ने कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर दावेदारी करते हुए ताल ठोकी थी लेकिन गुरुवार को नामांकन वापस लेने के अंतिम दिन रामेश्वर दाधीच ने अपना नामांकन वापस ले लिया है.
इससे पहले पूर्व महापौर व सूरसागर विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी रहे रामेश्वर दाधीच ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा था "मैंने कांग्रेस के लिए पूरा जीवन लगा दिया. खून से सींचकर कांग्रेस को यहां तक पहुंचाया. उसके बदले मुझे धोखा मिला. मेरी पीठ में छुरा घोंपा गया है. मेरा वह सीएम अशोक गहलोत का रिश्ता बहुत पुराना है. लेकिन उन्होंने भी मेरे साथ धोखा किया है. मेरा टिकट काट कर एक बच्चे को प्रत्याशी बना दिया गया.
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 25 नवंबर को होंगे. जोधपुर की सूरसागर विधानसभा सीट पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खास माने जाने वाले और उनके हमशक्ल पूर्व महापोर रामेश्वर दाधीच ने टिकट नहीं मिलने को लेकर नाराजगी के बाद पार्टी से बगावत करते हुए उन्होंने अपना निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया था. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर धोखा देने का आरोप लगाया था. गुरुवार को नामांकन वापसी को लेकर अंतिम तारीख थी. आखिरकार रामेश्वर दाधीच ने अपना नामांकन वापस ले लिया है.
नामांकन वापस लेने के बाद क्या कहा रामेश्वर दाधीच ने?
पूर्व महापौर रामेश्वर दाधीच ने नामांकन वापस लेने के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे समर्थकों ने मुझे कहा था कि आप चुनाव में खड़े हो जाओ मेरे समर्थकों ने ही मुझसे नामांकन भरवारा था. उन्हीं के कहने पर नामांकन भरा था और अब उन्हीं समर्थकों के कहने पर मैंने नामांकन वापस ले लिया है.
कांग्रेस के बागी पूर्व महापौर रामेश्वर दाधीच ने कांग्रेस से बगावत के बाद उनके बीजेपी में शामिल होने की चर्चाएं उनसे जब इस बारे में सवाल किया गया तो वह बोले कि अब मैं फ्री हूं मैं कुछ भी कर सकता हूं मैं सिर्फ जनता की सुनता हूं और उनके कहने पर चलता हूं. कांग्रेस पार्टी ने मेरे साथ धोखा किया है.
बता दें कि पूर्व महापौर रामेश्वर दाधीच व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच बहुत ही करीबी व पारिवारिक रिश्ते थे. संघर्ष के समय से रामेश्वर दाधीच सीएम अशोक गहलोत के साथ थे. रामेश्वर दाधीच ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत करते हुए कहा था कि मैंने पार्टी के लिए घर तक जला दिया. अपना पूरा जीवन समर्पित किया फिर आखिर में मुझे क्या मिला जो आप लोगों के सामने है. मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरे साथ पार्टी व सीएम अशोक गहलोत ऐसा करेंगे.
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