Rajasthan Assembly By Election 2024: राजस्थान विधानसभा की सात सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे शनिवार (23 नवंबर) को आयेंगे. चुनाव से पहले रामगढ़ सीट हाई प्रोफाइल हो चुकी थी. रामगढ़ के चुनावी रण में बीजेपी ने सुखवंत सिंह को उतारा. कांग्रेस ने आर्यन जुबेर खान पर दांव लगाया. रामगढ़ में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है. पिछले दो चुनाव से रामगढ़ की सीट पर कांग्रेस को जीत मिलती रही है.
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी साफिया जुबेर खान ने बीजेपी उम्मीदवार सुखवंत सिंह को 12228 वोटों से हराया था. 83,311 वोट पाकर साफिया खान ने रामगढ़ सीट जीत ली थी. बीजेपी प्रत्याशी सुखवंत सिंह ने 71,083 वोट प्राप्त किये थे. बसपा ने भी प्रत्याशी उतारकर रामगढ़ का मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया था. बसपा प्रत्याशी जगत सिंह को 24 856 वोट मिले थे. त्रिकोणीय मुकाबला होने की वजह से बीजेपी प्रत्याशी सुखवंत सिंह को रामगढ़ सीट पर हार मिली थी.
रामगढ़ सीट पर कौन मारेगा बाजी?
2023 के विधानसभा चुनाव में भी त्रिकोणीय मुकाबले का फायदा एक बार फिर कांग्रेस को मिला. रामगढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी जुबेर खान 19696 वोटों से चुनाव जीत गये. जुबेर ने बीजेपी से बगावत कर आजाद समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे सुखवंत सिंह को शिकस्त दी. जुबेर खान ने 93795 वोट प्राप्त किए. आसपा प्रत्याशी सुखवंत सिंह को 74069 वोट मिले थे. त्रिकोणीय मुकाबला होने से बीजेपी को रामगढ़ में बड़ा नुकसान हुआ. बीजेपी के प्रत्याशी जय आहूजा तीसरे नंबर पर रहे.
कांग्रेस और बीजेपी की रोचक जंग
जय आहूजा 34882 वोट प्राप्त कर जमानत तक नहीं बचा पाए. 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने भूपेंद्र यादव पर दांव लगाया. अलवर सीट पर कांग्रेस की तरफ से मुंडावर विधायक ललित यादव मैदान में थे. अलवर की लोकसभा सीट भूपेंद्र यादव जीतने में सफल रहे. लेकिन रामगढ़ विधानसभा चुनाव में भूपेंद्र यादव कांग्रेस प्रत्याशी ललित यादव से करीब 22 सौ वोटों से पीछे रहे थे. तीसरे चुनाव में बीजेपी कांग्रेस से पीछे रही. इसी दरमियान कांग्रेस प्रत्याशी जुबेर खान का बीमारी के चलते इंतकाल हो गया.
प्रदेश की छह अन्य सीटों के साथ रामगढ़ में भी उपचुनाव हुए. बीजेपी ने पिछले चुनाव में बागी रहे सुखवंत सिंह को प्रत्याशी बनाया. कांग्रेस ने सहानुभूति का कार्ड खेलते हुए जुबेर खान के छोटे बेटे आर्यन को मैदान में उतारा है. कांग्रेस प्रत्याशी आर्यन की मां साफिया भी राजनीति में सक्रिय रही हैं. जिला प्रमुख और एक बार विधायक भी रह चुकी हैं. इस बार कांग्रेस प्रत्याशी आर्यन खान का पहला चुनाव है. वहीं, बीजेपी प्रत्याशी सुखवंत सिंह का तीसरा चुनाव है. अब कल तस्वीर साफ होगी कि इस चुनाव में कांग्रेस हैट्रिक बनाती है या बीजेपी का रामगढ़ सीट पर कब्जा होगा.
(जुगल गांधी की रिपोर्ट)
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