Lok Sabha Election Result: लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद केंद्र में एनडीए की सरकार भी बन गई लेकिन हार और जीत को लेकर आरोप प्रत्यारोप जारी है. राजस्थान के भरतपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी रामस्वरूप कोली ने लोकसभा चुनाव में अपनी हार ठीकरा बीजेपी के विधायकों और पार्टी के नेताओं पर फोड़ा है. रामस्वरूप कोली का कहना है कि बीजेपी विधायकों ने कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव को कन्यादान में वोट देने के लिए लोगों से कहा.
 
कांग्रेस की सांसद संजना जाटव ने कहा कि मुझे जनता का साथ मिला है. भरतपुर की 36 कौम का साथ मिला. कांग्रेस पार्टी के सभी जिला पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा और भरतपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेन्द्र सिंह के आशीर्वाद से मेरी जीत हुई है. बीजेपी का कोई भी विधायक मेरे पक्ष में नहीं था. बीजेपी प्रत्याशी रामस्वरूप कोली अपनी हार का ठीकरा कहीं तो फोड़ेंगे.   


रामस्वरूप कोली ने BJP विधायक पर लगाया हराने का आरोप 


बीजेपी के प्रत्याशी रहे रामस्वरूप कोली ने कहा, ''वैर से विधायक बहादुर कोली ने मेरा खुलकर विरोध किया. बहादुर कोली की पूरी टीम ने मेरा विरोध किया है. पहले विधानसभा के उप चुनाव में भी हराया है और अब लोकसभा के चुनाव में भी बीजेपी विधायक बहादुर कोली ने लोगों से कहा कि संजना जाटव को कन्यादान करना है. लोगों ने मुझसे कहा है और कुछ लोगों के पास रिकॉर्डिंग है. लोगों ने कन्यादान के रूप में संजना को वोट दिया है. बीजेपी विधायक ने कांग्रेस की संजना जाटव को जिताने में मदद की. मैंने संगठन के सामने भी इस बात को रखा है.


उन्होंने आगे कहा, ''अन्य विधायकों ने मात्र दो दिन का समय दिया. कामां विधायक नौक्षम चौधरी मेरा फोन ही नहीं उठाती थी. चुनाव हारने की समीक्षा बैठक हुई तो मैंने सभी को बताया कि हम चुनाव क्यों हारे. चुनाव से पहले कई मंडल अध्यक्ष बदल दिए. मुझे हराने में अपना ही संगठन है. बीजेपी के नेताओं ने मुझे हराया.''


बीजेपी विधायक बहादुर कोली ने क्या कहा?


लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी की मदद के रामस्वरूप कोली के आरोपों पर वैर विधायक बहादुर कोली ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, ''बीजेपी संगठन और पार्टी के विधायकों ने लोकसभा चुनाव में रामस्वरूप कोली को जिताने के लिए पूरी मेहनत की लेकिन वर्ष 2004 में जब रामस्वरूप कोली बयाना से सांसद बने थे, उस दौरान रामस्वरूप कोली पर कबूतरबाजी का आरोप लगा था. जैसे ही 2024 लोकसभा चुनाव के लिए रामस्वरूप कोली का टिकट मिला तो लोग कहने लगे कबूतरबाज आ गया. रामस्वरूप कोली को पहली लिस्ट में ही टिकट मिल गया था, लेकिन वह चंदा इकट्ठा करता रहा, प्रचार में भी गया. 


वैर विधायक बहादुर कोली ने आगे कहा, ''रामस्वरूप कोली का चुनाव हारने का मुख्य कारण रहा कि कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव फ्रेश चेहरा थीं. उसके बाद जाट समाज में आरक्षण की मांग को लेकर चलाया गया गंगाजल अभियान और गुर्जर मतदाता सचिन की वजह से वोट कांग्रेस की तरफ चला गया. वर्ष 2019 में गुर्जर मतदाता बीजेपी की तरफ था''.


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