कांग्रेस से सस्पेंड किए गए अमीन खान से मिले रविंद्र सिंह भाटी, कह दी ये बड़ी बात
Ravindra Singh Bhati News: अमीन खान कांग्रेस से 5 बार विधायक रहे हैं. पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में उन्हें 6 साल के लिए सस्पेंड किया गया. अब रविंद्र सिंह भाटी ने उनसे मुलाकात की है.
Ravindra Singh Bhati Meets Amin Khan: राजस्थान में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सभी सीटों पर मतदान पूरा हो चुका है, अब इंतजार केवल नतीजों का है जो 4 जून को सामने आएंगे. हालांकि, इस बीच राज्य की राजनीति अभी भी दिलचस्प होती जा रही है. इस बीच रविंद्र सिंह भाटी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट कर राजस्थान का सियासी पारा और भी ज्यादा हाई कर दिया है. उन्होंने कांग्रेस से निष्कासित नेता अमीन खान से मुलाकात करते हुए तस्वीर शेयर की.
रविंद्र सिंह भाटी ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर अमीन खान के साथ तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, 'थार की वो शख़्सियत जिन्होंने हमेशा सौहार्द व भाईचारे को बनाये रखा, वाक़ई वर्तमान राजनीति में ऐसे क़द्दावर नेता नहीं बचे. आज शिव के पूर्व विधायक आदरणीय अमीन ख़ान साहब से मुलाक़ात कर आशीर्वाद लिया.'
अमीन खान के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़े थे रविंद्र भाटी
जानकारी के लिए बता दें कि साल 2023 के विधानसभा चुनाव में अमीन खान को रविंद्र सिंह भाटी ने हराया था. विधानसभा चुनाव 2023 में रविंद्र सिंह भाटी कांग्रेस के अमीन खान के खिलाफ चुनाव लड़े थे और जीत हासिल की थी. रविंद्र भाटी से चुनाव हारने के बाद अमीन खान लोकसभा चुनाव में उनका समर्थन कर रहे थे.
थार की वो शख़्सियत जिन्होंने हमेशा सौहार्द व भाईचारे को बनाये रखा , वाक़ई वर्तमान राजनीति में ऐसे क़द्दावर नेता नहीं बचे
— Ravindra Singh Bhati (@RavindraBhati__) April 28, 2024
आज शिव के पूर्व विधायक आदरणीय अमीन ख़ान साहब से मुलाक़ात कर आशीर्वाद लिया । pic.twitter.com/5169RGSJV0
कांग्रेस ने अमीन खान को किया सस्पेंड
दरअसल, हाल ही में (बीते 26 अप्रैल को) कांग्रेस ने पुराने नेता अमीन खान को पार्टी से बाहर निकाल दिया. अमीन खान कांग्रेस से पांच बार के विधायक रहे हैं. अब उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप लगाते हुए 6 साल के लिए सस्पेंड कर दिया गया.
कांग्रेस के लिए प्रचार न करने पर किया गया सस्पेंड
बताया गया कि अमीन खान लोकसभा चुनाव के बीच में हज यात्रा पर गए थे. वहां से लौटने के बाद उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार के लिए चुनाव प्रचार नहीं किया था. माना जा रहा है कि यही वजह थी कि उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया.