Rajasthan News: गणतंत्र दिवस पर लाल किले से लेकर देश के कोने कोने में तिरंगे को फहराया गया. देश के हर नागरिक के दिल मे तिरंगे व राष्ट्रभक्ति को लेकर जज्बा देखा गया. इस बीच एक खास तस्वीर धोरों की धरती राजस्थान के बाड़मेर जिले के छोटे से गांव से आई है. यह तस्वीर राष्ट्रभक्ति व देश को समर्पित है.
10 किलो गुलाल से बनाया तिरंगा
दरअसल बाड़मेर के एक गांव के किसान धीराराम नेहरा ने गुलाल से तिरंगा बनाया. इसके लिए उन्होंने 10 किलो गुलाल से तीन रंगों के अलग - अलग गुलाल से तिरंगा बनाया. किसान धीराराम नेहरा ने कहा कि मेरा गांव भारत- पाक बॉर्डर से महज 13 किलोमीटर दूर है. मैंने टीवी व अखबारों में देखा कि हमारे पड़ोसी जिले जैसलमेर में आर्मी डे के दिन बॉर्डर के पास विशाल तिरंगा लगाया गया था. इसलिए यहां भी तिरंगा लगाने का विचार आया.
प्यार और जज्बे को किया बयान
उन्होंने बताया कि मेरे बच्चों ने जिद की कि हमारे गांव में भी ऐसा ही कुछ होना चाहिए. मेरे मन में ख्याल आया कि 26 जनवरी आ रही है, क्यों न रेत के टीले पर गुलाल से तिरंगा बनाया जाए. रेत पर गुलाल से तिरंगे में रंग भरते किसान का देश के प्रति अपने प्यार और जब्बे को मानों बयान कर दिया है.
पांच घंटे का लगा वक्त
रेगिस्तान के धोरों में गुलाल से 10 फिट लंबा तिरंगा बना देशभक्ति की नजीर पेश कर दी है. किसान बाड़मेर जिले के बावड़ी गांव का है यह गावं भारत - पाक बॉर्डर पास में है किसान ने गुलाल से 10 फीट लंबा ओर पांच फिट चौड़ा तिरंगा रेगिस्तान के धोरों में महज पांच घंटे में बना दिया.
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