RBM Hospital News: राजस्थान सरकार द्वारा पारित राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में राज्य के सभी प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर्स ने काफी समय से हड़ताल कर रखी है. जिले में लगभग 50 प्राइवेट अस्पताल हैं, जहां शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के लोग अपना इलाज कराते हैं. प्राइवेट अस्पताल में हड़ताल के कारण मरीजों को सरकारी अस्पताल में जाकर अपना इलाज कराना पड़ रहा है. मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होने के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था गड़बड़ा गई है. 


प्राइवेट अस्पतालों में चल रही हड़ताल के कारण सरकारी अस्पताल में भीड़ बढ़ गई है. आज (27 मार्च) राजस्थान के भरतपुर में संभाग के सबसे बड़े आरबीएम अस्पताल के सभी डॉक्टर प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर्स की मांग के समर्थन में आ गए और सरकारी अस्पताल में 2 घंटे का कार्य बहिष्कार कर दिया. डॉक्टर्स की हड़ताल के कारण मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. दूर-दराज क्षेत्र से मरीज सुबह जल्दी अस्पताल पहुंच कर लाइन में लग गए, लेकिन डॉक्टर्स के 2 घंटे के कार्य के बहिष्कार से अस्पताल के ऑउटडोर में मरीजों की काफी लंबी लाइन डॉक्टर का इन्तजार कर रही थी. 


2 घंटे का कार्य बहिष्कार किया गया
  
गौरतलब है की प्राइवेट अस्पतालों में चल रही हड़ताल की वजह से सभी मरीज सरकारी अस्पतालों का रुख कर रहे हैं, जिस वजह से सरकारी अस्पतालों में मरीजों के आने की संख्या बढ़ गई. आरबीएम अस्पताल भरतपुर संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल है, यहां 27 मार्च को डॉक्टर्स ने राइट टू हेल्थ बिल का विरोध कर रहे प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर्स के समर्थन में 2 घंटे का कार्य बहिष्कार कर दिया, जिससे मरीजों में अफरा-तफरी मच गई. 


जानकारी के अनुसार भरतपुर संभाग के सबसे बड़े आरबीएम अस्पताल में रोजाना करीब 1700 मरीज इलाज कराने आते थे, लेकिन प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर्स की हड़ताल के कारण मरीजों की संख्या बढ़कर 2200 से 2400 प्रतिदिन हो गई. बता दें कि जो भी मरीज सरकारी अस्पताल में इलाज कराने आये थे, उनको पता नहीं था कि सरकारी अस्पताल में डॉक्टर्स ने 2 घंटे का कार्य बहिष्कार किया हुआ है. इसलिए वहां मरीजों की भीड़ उमड़ पड़ी और परेशान होने लगे.


डॉक्टर का इंतजार कर रहे मरीजों ने बताया कि उन्हें पता नहीं था इसलिए सुबह से अस्पताल आ गए हैं और लाइन में खड़े है. उन्होंने कहा कि अब बताया जा रहा है कि डॉक्टर्स का दो घंटे का कार्य बहिष्कार है. मरीजों का कहना है कि वे परेशान हो रहे हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. 


क्या कहना है अस्पताल अधीक्षक का 


आरबीएम अस्पताल की अधीक्षक जिज्ञासा साहनी ने बताया कि उनके अस्पताल में डॉक्टर्स ने 2 घंटे का कार्य बहिष्कार किया है. उन्होंने कहा कि हमारी एसोसिएशन का एक लेटर वायरल हुआ था, जिसमें प्राइवेट डॉक्टर्स की हड़ताल के साथ अपनी मांग रखने के लिए 2 घंटे का कार्य बहिष्कार करने की बात कही गई थी. इसलिए डॉक्टर्स ने कार्य का बहिष्कार किया, बाकि इमरजेंसी सेवाएं चालू है.


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