Rajasthan Politics: पांच साल तक संघर्ष कर पार्टी को जीत दिलाने के बाद भी मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए संघर्ष कर रहे कांग्रेस के युवा नेता सचिन पायलट (Sachin pilot) को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) प्रमुख और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने बड़ा ऑफर दिया है. उन्होंने सचिन पायलट से कांग्रेस (Congress) से अलग होकर नई पार्टी बनाकर चुनाव लड़ने की अपील की है. इसके साथ ही उन्होंने अपनी पार्टी आरएलपी का सचिन पायलट की संभावित पार्टी से गठबंधन कर चुनाव लड़ने की भी बात कही है.


बेनीवाल ने कहा है कि अगर कांग्रेस से अलग होकर सचिन पायलट और बीजेपी से अलग होकर डॉ. किरोड़ी लाल मीणा (Dr. Kirodi lal Meena) अपनी नई पार्टी बनाते हैं और हम तीनों गठबंधन करके चुनाव लड़ते हैं तो 140 से ज्यादा सीटों पर हमारी जीत पक्की है. 


'बीजेपी और कांग्रेस से त्रस्त हैं जवान और किसान'


राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) प्रमुख और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने  कहा कि इस वक्त पूरे प्रदेश में अपराध और भ्रष्टाचार का बोल बाला है. किसान और जवानों की सुनने वाला कोई नहीं है.  किसान और जवान दोनों ही बीजेपी और कांग्रेस से त्रस्त हो चुके हैं.  लोग बदलाव चाहते हैं. लेकिन, बीजेपी और कांग्रेस को लगता है कि वे जाएंगे तो कहां जाएंगे. लिहाजा, दोनों की ही सरकार में किसानों और जवानों की सुनी नहीं जाती है. अगर हम तीनों साथ आ गए तो लोगों को एक नया विकल्प मिलेगा और हमारा गठबंधन 140 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल कर सत्ता तक पहुंच सकता है. 


पहले भी दिया था ऑफर


किसान नेता के तौर पर अपनी पहचान बना चुके सचिन पायलट प्रदेश के विभिन्न जिलों में जनता और कार्यकर्ताओं के बीच आमसभा और जनसंपर्क के लिए निकल पड़े हैं. उन्होंने 16 जनवरी को नागौर में सभा की. इसके बाद 17 जनवरी को हनुमानगढ़ में संपर्क अभियान पर रहे. कल यानी 18 जनवरी को वे झुंझुनूं, 19 जनवरी को पाली और 20 जनवरी को जयपुर जिले में किसानों, नौजवानों और पार्टी कार्यकर्ताओं से संपर्क करेंगे.  गौरतलब है कि इन 5 जिलों में 40 से ज्यादा विधानसभा क्षेत्र हैं. दरअसल, ये सभी वो जिले हैं, जहां पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बहुमत मिला था. सचिन की इस राजनीतिक यात्रा से पहले भी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) प्रमुख हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने सचिन का साहस बढ़ाने वाला बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री बनने के चक्कर में सचिन पायलट ने 4 वर्ष निकाल दिए. अब तो बहुत ही कम वक्त बचा है. अब तो चुनाव भी नजदीक आ गए हैं. ऐसे में उन्हें कांग्रेस छोड़कर खुद की पार्टी बना कर  राजस्थान में चुनाव लड़ना चाहिए. इसके साथ ही बेनीवाल ने कहा था कि अगर वो खुद की पार्टी बनाकर चुनाव लड़ते हैं तो उनका समर्थन करेंगे. उन्होंने कहा कि हमने तो पहले भी उन्हें प्रदेश का सीएम बनने के लिए उन्हें समर्थन दिया था.


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कांग्रेस की राह नहीं है आसान


राजस्थान में इस वर्ष के आखिर में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) होना है.  चुनाव को देखते हुए बीजेपी (BJP) अभी से ही सत्ता में आने की रणनीति बना रही है. वहीं, कांग्रेस सालों पुरानी परंपरा को तोड़कर सूबे की सत्ता में दूसरी बार जमे रहने के लिए जतन कर रही है. हालांकि, राजनीतिक विशेषज्ञों को का मानना है कि इस बार राजस्थान में कांग्रेस (Congress) की जीत आसान नहीं दिख रही है. उनके मुताबिक इसके पीछे बड़ी वजह पार्टी में चल रही गुटबाजी है.


दरअसल, राजस्थान में कांग्रेस पार्टी इन दिनों पूरी तरह से दो खेमों में बंट चुकी है. पूरी कांग्रेस सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) गुट पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट (Sachin Pilot) गुट में बंट चुकी है. दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सीएम की कुर्सी से चिपके रहना चाहते हैं. वहीं, सचिन पायलट इस कुर्सी को हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. कांग्रेस के इस सियासी संग्राम पर विपक्षी पार्टियां भी प्रदेश सरकार और उनके नेताओं को टारगेट कर रहे हैं.