Rajasthan Paper Leak Case: राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के सदस्य बाबूलाल कटारा सहित चार आरोपियों को स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने आज कोर्ट में पेश किया. बाबूलाल कटारा पिछले 10 दिनों से पुलिस रिमांड पर चल रहा था. रिमांड अवधि पूरी होने पर एसओजी ने कोर्ट में पेश किया. कोर्ट के आदेश से फिर 2 मई तक पुलिस रिमांड में कटारा को भेज दिया गया. आरपीएससी के ड्राइवर गोपाल को भी कोर्ट ने रिमांड पर भेजा. बाबूलाल कटारा के भांजे विजय और अन्य साथी को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है. बाबूलाल कटारा पर सीनियर अध्यापक प्रतियोगी परीक्षा 2022 का पेपर माफियाओं को बेचने का आरोप है. 


पुलिस रिमांड पर RPSC के सदस्य बाबूलाल कटारा समेत दो


एसओजी की टीम बाबूलाल कटारा सहित चारों आरोपियों को कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार को कोर्ट लेकर पहुंची. मौके पर अन्य लोगों की भीड़ भी जमा हो गई. एसओजी के अधिकारियों ने विस्तार से कोर्ट में जानकारी साझा किया और रिमांड मांगी. कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद बाबूलाल कटारा और ड्राइवर को फिर से पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश पारित किया. एसओजी का कहना था कि बाबूलाल कटारा से अभी और मामले में पूछताछ बचा है इसलिए रिमांड की मांग की जाती है.


एसओजी पेपर लीक मामले के बाकी बचे सवालों को पूछेगी


एसओजी की टीम को अब उम्मीद है कि रिमांड अवधि में पेपर लीक मामले की और भी जानकारी सामने आएगी. इधर आरोपी शेर सिंह मीणा फिलहाल सलाखों के पीछे हैं. अब राजस्थान पुलिस की टीमें मास्टरमाइंड सुरेश ढाका की तलाश करने में जुटी हुई है. लेकिन अभी तक राजस्थान पुलिस और एसओजी की टीम को सुरेश ढाका पता नहीं चल पाया है. एसओजी की पूछताछ में बाबूलाल कटारा ने खुलासा किया था कि 60 लाख रुपए में पेपर शेर सिंह मीणा को दिया था. अब मामले के बाकी बचे पहलुओं की एसओजी की टीम बाबूलाल कटारा से पूछताछ करेगी.


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