RPSC Paper Leak: 60 लाख में शेर सिंह ने खरीदा था RPSC का पेपर, कटारा के भांजे ने की थी मदद, खुद बताई पेपर लीक की कहानी
Rajasthan News: इस मामले की जांच कर रही एसओजी ने बुधवार को कटारा, विजय और ड्राइवर गोपाल को उदयपुर की अदालत में पेश किया. अदालत ने तीनों को 29 अप्रैल तक एसओजी को रिमांड पर सौंप दिया.
RPSC Paper Leak News: वरिष्ठ अध्यापक भर्ती पेपर लीक मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (Rajasthan Public Service Commission) के सदस्य बाबूलाल कटारा को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है. इसमें पता चला है कि वो परीक्षा से तीन हफ्ते पहले पेपर फाइनल होते ही जीके के पेपर के छह सेट अपने घर ले गया था. उसने इस मामले के एक आरोपी शेर सिंह को प्रश्नपत्र 60 लाख रुपये में बेच दिए थे.
किसने हाथ से लिखे थे जीके के पेपर
कटारा ने जीके के पेपर के सेट घर ले जाकर हर पेपर के 80-80 सवाल हाथ से एक कागज पर लिखवाए. यह काम उसने अपने भांजे विजय डामोर से कराया था. इसके बाद उसने पेपर माफिया और एक सरकारी स्कूल में वाइस प्रिंसिपल अनिल मीणा उर्फ शेर सिंह को बुलाकर उसके मोबाइल में इन हस्तलिखित प्रश्नों की फोटो खिंचवाई. अखबार 'दैनिक भास्कर' के मुताबिक इसके बदले में कटारा ने उससे 60 लाख रुपये लिए.
कटारा जीके के प्रश्नपत्रों के जो छह सेट लाया था. उसके 480 प्रश्नों को सादे कागज पर हाथ से लिखने के बदल शेर सिंह ने विजय डामोर को सोने का कड़ा उपहार में दिया था.कटारा से पेपर लेने के बाद शेर सिंह ने उनको जयपुर के एक वकील के कंप्यूटर ऑपरेटर से टाइप करवाया था. शेर सिंह ने ऑपरेटर को बताया था कि वह अध्यापक है और किसी परीक्षा के लिए ये प्रश्न तैयार किए हैं.
शेर सिंह से किया पेपर का सौदा
पेपर के टाइप होने के बाद शेर सिंह ने परीक्षा से एक हफ्ते पहले सुरेश ढाका और भूपेंद्र राणा से संपर्क किया था. दोनों से 80 लाख रुपये में पेपर का सौदा हुआ. शेर सिंह ने कुछ अभ्यर्थियों को खुद भी पेपर बेचे. ढाका और सारण ने इस पेपर को अभ्यर्थियों को पांच से आठ लाख रुपये में बेचना तय किया था. परीक्षा से पहले सभी अभ्यर्थियों को बस में बिठाकर पेपर साल्व करवाया गया था.
इस मामले की जांच कर रही एसओजी ने बुधवार को कटारा, विजय और ड्राइवर गोपाल को उदयपुर की अदालत में पेश किया. अदालत ने तीनों को 29 अप्रैल तक एसओजी को रिमांड पर सौंप दिया. शेर सिंह ने जिस कंप्यूटर पर पेपर टाइप करवाया था. एसओजी ने उसे जब्त कर जांच के लिए एफएसएल भेजा है. वहां उसका डाटा रिकवर कर जांच की जाएगी.
अब किस परीक्षा पर हो रहा है संदेह
अब सबसे बड़ी चिंता 21 और 22 दिसंबर 2022 को हुए जीके के पेपर को लेकर है. क्योंकि कटारा अपने साथ जीके के छह सेट घर ले गया था. सरकार ने 24 दिसंबर को जीके की परीक्षा रद्द कर दी थी. अब 21 और 22 दिसंबर को हुई जीके की परीक्षा भी शक के दायरे में है. एसओजी ने आरपीएससी से इन पेपर की मूल कॉपी मांगी है.
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