RPSC Paper Leak: बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा का दावा - 'मॉडरेटर के यहां से जीके का पेपर हुआ लीक'
बीजेपी सांसद किरोड़ी लाला मीणा का कहना है कि आरपीएससी चेयरमैन पेपर लीक की जिम्मेदारी लेने से बच नहीं सकते. उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए.
RPSC Paper Leak: राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) भले ही वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के जीके का पर्चा कहां से आउट हुआ, को लेकर हाथ पांव मार रही है, लेकिन राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा (Kirodi Lal Meena) ने पर्चा आउट होने को लेकर बड़ा दावा किया है. किरोड़ी लाल मीणा ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि पेपर मॉडरेटर के यहां से पेपर लीक (Paper leak) हुआ है. आरपीएससी चेयरमैन को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए.
16 पेपर लीक, 10 की परीक्षाएं हुईं रद्द
बीजेपी के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत के कार्यकाल में अब तक 16 परीक्षा के पेपर लीक हुए हैं. इनमें से 10 परीक्षाएं अब तक रद्द हो चुकी हैं. बीजेपी सांसद का दावा है कि वरिष्ठ अध्यापक का पेपर 15 दिन पहले ही आरपीएससी से सुरेश ढाका और उनके दोस्त को मिल गया था. मैं, पेपर लीक का खुलासा होने से पहले ही आरपीएससी चेयरमैन को ज्ञापन देकर आया था. उनसे कहा था कि पेपर लीक हुआ है, इसकी जांच करवाएं.
बीजेपी सांसद का कहना है कि पेपर सेट करके आरपीएस स्टाफ को बंद लिफाफे में दिया जाता है. इस मामले में जो मॉडरेटर होता है वह आरपीएससी का होता है. वही पेपर को फाइनल कर आरपीएससी के चेयरमैन को या गोपनीय शाखा को देता है. उनका दावा है कि पेपर मॉडरेटर के यहां से ही लीक हुआ है. आरपीएससी चेयरमैन को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए.
3000 बच्चों को वाहनों से पेपर पढ़ाया गया
किरोड़ी लाल मीणा का कहना है कि जयुपर में पेपर के चार गाड़ी हो गए. इसके अलावा जोधपुर में दो बस और तीन गाड़ी, बीकानेर में तीन गाड़ी, अजमेर में दो, अलवर में चार गाड़ी, भरतपुर में पांच गाड़ी, दौसा में दो गाड़ी, कोटा में दो गाड़ी और उदयपुर में पांच गाड़ियों में 3 दिन तक बस बच्चों को पढ़ाकर लेकर गई. कुल 3000 बच्चों को इन वाहनों से पेपर पढ़ाया गया. सांसद किरोड़ीलाल मीणा का साफ शब्दों में कहना है कि लोक सेवा आयोग की गोपनीय शाखा ने पर्चा आउट किया है.
जानें, गहलोत के कार्यकाल में कब-कब हुए पेपर लीक?
सवाल ये भी उठाए जा रहे हैं कि आखिर गहलोत सरकार के शासनकाल में बार-बार पेपर रद्द क्यों हो रहे हैं? इन सब सवालों से तय है कि पेपर लीक का मामला शांत होने वाला नहीं है. बीजेपी इस मसले को भुनाने के लिए इसे विधानसभा चुनाव तक जिंदा रखने का प्रयास करेगी. हालांकि, जनवरी में यह पेपर दोबारा से आयोजित होगा. अगर सबकुछ ठीक रहा तो फिर बीजेपी के लिए इसे मुद्दा बनाए रखना संभव नहीं होगा.
आइए, हम आपको बताते हैं कि पिछले चार साल में कब-कब हुए आरपीएसी के पेपर लीक.
- कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2018, 11 मार्च को लीक हुआ और 17 मार्च को परीक्षा रद्द हो गया.
- लाइब्रेरियन भर्ती परीक्षा 2018 का आयोजन 29 दिसंबर 2019 को हुआ और पेपर लीक होने के चलते रद्द करना पड़ा.
- JEN सिविल डिग्रीधारी भर्ती परीक्षा 2018 का आयोजन 6 दिसंबर 2020 को हुआ था जिसे एसओजी की रिपोर्ट के आधार पर बोर्ड ने बाद में रद्द कर दिया.
- रीट लेवल 2 परीक्षा - 2021 में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से 26 सितंबर को आयोजित की गई थी. यह पर्चा भी लीक हो गया और करीब 4 माह बाद सरकार ने पेपर लीक मानते हुए रद्द कर दिया.
- बिजली विभाग टेक्निकल हेल्पर भर्ती परीक्षा 2022 ऑनलाइन हुई थी. इस परीक्षा में पेपर लीक को लेकर काफी बवाल मचा था. इसमें 6 केंद्रों की परीक्षा रद्द हुई थी.
- राजस्थान पुलिस मुख्यालय की ओर से कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2022 का आयोजन 14 मई 2022 को हुआ था. दूसरी पारी का पेपर वायरल होने पर इसे रद्द कर दुबारा से परीक्षा कराना पड़ा.
- वनरक्षक भर्ती परीक्षा 2020 का आयोजन राजस्थान चयन बोर्ड ने 12 नवंबर 2022 को किया था लेकिन पेपर के विकल्प सोशल मीडिया पर वायरल होने की वजह से इस पारी की परीक्षा को बोर्ड ने रद्द हो गया.
- हाईकोर्ट एलडीसी भर्ती परीक्षा 2022 का पेपर लीक होने के बाद रद्द कर दिया गया. इसी तरह सेकंड ग्रेड 2022 का पेपर भी लीक होने की वजह से रद्द हुआ था. मेडिकल ऑफिसर भर्ती परीक्षा ऑनलाइन आयोजित की गई थी, लेकिन परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद सरकार ने परीक्षा को रद्द करते हुए ऑफलाइन परीक्षा का आयोजन करवाया गया.
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