RPSC Paper Leak Case: राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के सब इंस्पेक्टर भर्ती 2021 के पेपर लीक केस में SOG ने बड़ा एक्शन लिया है. बीते रविवार (1 सितंबर) को हुई कार्रवाई में आयोग के सदस्य रहे रामूराम राइका को अरेस्ट किया गया है. राइका के बेटे-बेटी समेत कुल पांच लोगों को एसओजी ने आरोपी बनाकर हिरासत में लिया. इससे पहले रामूराम राइका को पूछताछ के लिए भी बुलाया गया था.
अपने बच्चों को लीक पेपर देने का आरोप
रामूराम राइका पर आरोप है कि उन्होंने एसआई भर्ती का लीक पेपर अपने बेट और बेटी तक पहुंचाया था, जिसके बाद उन्होंने एग्जाम में टॉप किया था. एसओजी की ओर से जानकारी मिली है कि इस मामले में रामूराम राइका की 26 वर्षीय बेटी शोभा राइका और 27 वर्षीय बेटे देवेश राइका को भी अरेस्ट किया गया है. इसके अलावा, ट्रेनी एसाई मंजू देवी (30 वर्ष), अविनाश पलसानिया (28 वर्ष) और विजेंद्र कुमार (41 वर्ष) भी गिरफ्तार हुए हैं.
आरोपी सात सितंबर तक पुलिस रिमांड पर हैं, जिस दौरान उनसे पूछताछ कर और जानकारी निकाली जाएगी. साल 2018 से लेकर 2022 तक रामूराम राइका की आरपीएससी में भूमिका की जांच भी की जा रही है.
दोबारा एग्जाम देने पर पास भी नहीं हो सके थे टॉपर
दरअसल, आरपीएससी पेपर लीक की जांच तबसे शुरू हुई जब परीक्षा में टॉप करने वाले कुछ ट्रेनी एसआई रीएग्जाम में पास भी नहीं हो पाए. रामूराम राइका की बेटी शोभा को पांचवीं रैंक हासिल हुई थी. वहीं, बेटे देवेश 40वीं रैंक पर था. दोनों उनके पिता की संदिग्ध भूमिका के चलते एसओजी के रडार पर थे.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया था कि शोभा राइका, जिसे पहले एग्जाम में हिंदी और जीके के पेपर में 200 में से 188 और 154 अंक मिले थे, वो दोबारा लिए गए एग्जाम में हिन्दी में 24 और जीके में 34 मार्क्स ला सकी. उसे कुल 343. 52 मार्क्स मिले थे, लेकिन रीएग्जाम में वह बुरी तरह फेल हो गई थी. मंजू देवी और विजेंद्र कुमार के साथ भी ऐसा ही हुआ.
यह भी पढ़ें: 'अकबर को महान बताने वाली किताबें जला दी जाएंगी', महाराणा प्रताप से तुलना पर भड़के मंत्री मदन दिलावर