RPSC Paper Leak: गहलोत के कार्यकाल में कब-कब हुए भर्ती परीक्षा के पेपर लीक, क्या इसे चुनावी एजेंडा बना पाएगी बीजेपी?
RPSC Paper Leak: आरपीएससी सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने की घटना ने बीजेपी को बड़ा मुद्दा दे दिया है। विरोधी पार्टी चाहेगी कि वो इसे विधानसभा चुनाव तक जिंदा रखे.
RPSC Paper Leak Updates : एक दिन पहले राजस्थान में आरपीएससी ( RPSC ) सीनियर टीचर एग्जाम का पेपर लीक ( paper Leak ) होने के बाद आरपीएससी ने इसे रद्द कर दिया. उसके बाद से राजस्थान ( Rajasthan ) में इस मसले को लेकर सियासी बवाल की स्थिति है. पेपर लीक मामले में राजस्थान पुलिस ने कुछ आरोपियों की गिरफ्तारियां की है और कुछ की तलाश जारी है. इसके बावजूद पेपर लीक मामला शांत होने की संभावना कम है. विरोधी दल यानि बीजेपी नेताओं के रुख से साफ है कि वो इसे तूल दे रहे हैं. यानि वो इस मसले को विधानसभा चुनाव तक जिंदा रख सियासी लाभ हासिल करना चाहते हैं.
दूसरी तरफ आरपीएससी सेकेंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा लीक होने के बाद राजस्थान लोक सेवा आयोग ( RPSC ) ने परीक्षा को रद्द करने का आदेश दिया. इसके बावजूद लोग यह पूछ रहे हैं कि क्या राजस्थान की राजनीति के जादूगर ( Ashok Gehlot ) का जादू पेपर लीक की घटनाओं को रोकने में असफल रहा? यदि असफल है तो क्यों है? कोताही कहां बरती जा रही है? इस सवाल का जवाब देना जरूरी है. जरूरी इसलिए कि बीजेपी इसका लाभ न उठा ले.
युवाओं में आक्रोश का माहौल
फिलहाल, प्रदेश के युवाओं में परीक्षा रद्द होने की वजह से आक्रोश का माहौल है. परीक्षार्थियों ने कहा कि महंगी कोचिंग के बाद अगर पेपर आउट हो जाता है तो यह बड़ा ही दुखद है. लगभग 200 किलोमीटर का सफर पूरा करने के बाद जब परीक्षा स्थल पर पहुंचते हैं, तो मालूम चलता है कि परीक्षा का पेपर आउट होने की वजह से परीक्षा निरस्त कर दी गई है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान के घर के बाहर प्रदर्शन कर अपना आक्रोश का नजारा पेश करने की कोशिश की है.
अहम सवाल : क्यों होते हैं बार-बार पेपर रद्द?
सवाल ये भी उठाए जा रहे हैं कि आखिर गहलोत सरकार के शासनकाल में बार-बार पेपर रद्द क्यों हो रहे हैं? इन सब सवालों से तय है कि पेपर लीक का मामला शांत होने वाला नहीं है. बीजेपी इस मसले को भुनाने के लिए इसे विधानसभा चुनाव तक जिंदा रखने का प्रयास करेगी. हालांकि, जनवरी में यह पेपर दोबारा से आयोजित होगा. अगर सबकुछ ठीक रहा तो फिर भाजपा के लिए इसे मुद्दा बनाए रखना संभव नहीं होगा.
आइए, अब आपको हम बताते हैं कि पिछले चार साल में कौन-कौन भर्ती परीक्षाएं लीक होने की वजह से रद्द हुईं.
1. कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2018 करीब पांच साल पहले यानि 11 मार्च को लीक होने के बाद हुई और 17 मार्च को परीक्षा रद्द कर दिया गया.
2. लाइब्रेरियन भर्ती परीक्षा 2018 का आयोजन राजस्थान चयन बोर्ड द्वारा 29 दिसंबर 2019 को हुआ था. पेपर लीक होने के चलते यह परीक्षा भी रद्द हुई थी.
3. JEN सिविल डिग्रीधारी भर्ती परीक्षा 2018 का आयोजन 6 दिसंबर 2020 को किया गया और एसओजी की रिपोर्ट के आधार पर बोर्ड ने पेपर को लीक मानते हुए रद्द कर दिया गया.
4. रीट लेवल 2 परीक्षा 2021 माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से 26 सितंबर को आयोजित की गई, लेकिन इसमें भी लेवल 2 का पेपर लीक हो गया. इस परीक्षा को करीब 4 माह बाद सरकार ने पेपर लीक मानते हुए रद्द कर दिया था.
5. बिजली विभाग टेक्निकल हेल्पर भर्ती परीक्षा 2022 ऑनलाइन हुई थी. इस परीक्षा में पेपर लीक को लेकर काफी बवाल मचा था. इसमें 6 केंद्रों की परीक्षा रद्द हुई थी.
6. राजस्थान पुलिस मुख्यालय की ओर से कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2022 का आयोजन 14 मई 2022 हुआ था. इसमें दूसरी पारी का पेपर वायरल होने पर इसे रद्द कर दुबारा से परीक्षा का आयोजन किया गया.
7. वनरक्षक भर्ती परीक्षा 2020 राजस्थान चयन बोर्ड की ओर से 12 नवंबर 2022 को हुआ लेकिन पेपर के विकल्प सोशल मीडिया पर वायरल होने की वजह से इस पारी की परीक्षा को बोर्ड ने रद्द कर दिया.
8. हाईकोर्ट एलडीसी भर्ती परीक्षा 2022 का पेपर लीक होने के बाद रद्द कर दिया गया. इसी तरह सेकंड ग्रेड 2022 का पेपर भी लीक होने की वजह से रद्द हुआ था. मेडिकल ऑफिसर भर्ती परीक्षा ऑनलाइन आयोजित की गई थी, लेकिन परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद सरकार ने परीक्षा को रद्द करते हुए ऑफलाइन परीक्षा का आयोजन करवाया.
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