RSMSSB JE DV Schedule 2020 Out: RSMSSB ने JE पदों के लिए Document Verification राउंड का शेड्यूल जारी किया, जानें डिटेल
राजस्थान सबऑर्डिनेट एंड मिनिस्ट्रियल सर्विस सेलेक्शन बोर्ड ने जूनियर इंजीनियर (सिविल) 2020 परीक्षा के डॉक्यूमेंट वैरीफिकेशन राउंड का शेड्यूल जारी कर दिया है.
राजस्थान सबऑर्डिनेट एंड मिनिस्ट्रियल सर्विस सेलेक्शन बोर्ड ने जूनियर इंजीनियर सिविल 2020 एग्जाम के लिए डीवी राउंड का शेड्यूल आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दिया है. वे कैंडिडेट्स जो आरएसएमएसएसबी की जेई परीक्षा के लिए चयनित हुए हों वे ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर जूनियर इंजीनियर परीक्षा के लिए होने वाले डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन राउंड का शेड्यूल देख सकते हैं. वेबसाइट से उन्हें पता चल जाएगा कि उनका डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन किस दिन होगा.
आपकी जानकारी के लिए बता दें राजस्थान सबऑर्डिनेट एंड मिनिस्ट्रियल सर्विस सेलेक्शन बोर्ड ने जेई 2020 सिविल पदों के लिए डॉक्यूमेंट वैरीफिकेशन की तारीख 13 दिसंबर से 24 दिसंबर 2021 तक की है. इस बीच में सभी चयनित कैंडिडेट्स का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन पूरा कर लिया जाएगा.
वेबसाइट पर जाने पर आपको वैरीफिकेशन के लिए कैंडिडेट के नाम की सूची के आगे उसकी तारीख मिल जाएगी. यही नहीं नोटिस में डीवी राउंड के समय पालन किए जाने वाले सभी नियमों का भी उल्लेख किया गया है इन्हें भी ठीक से देख लें.
अहम जानकारियां -
आरएसएमएसएसबी के जूनियर इंजीनियर के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन राउंड के लिए जाने से पहले आधिकारिक वेबसाइट पर दिए हुए निर्देश ध्यान से पढ़ लें. कैंडिडेट्स को आवेदन दो प्रतियों में अलग-अलग ले जाने हैं. विस्तृत आवेदन की फोटो स्वीकार नहीं की जाएगी इस बात का ध्यान रखें.
शैक्षिक योग्यता, आयु, जाति, मूल निवास, चरित्र, विवाह, खेल आदि से संबंधित प्रमाण पत्रों की मूल प्रतियां और पहचान पत्र साथ में जरूर ले जाएं. फोटो आइडेंटिटी प्रूफ साथ रखें. वे कैंडीडेट्स जिन्होंने वार्षिक आय कम होने की दिशा में परीक्षा शुल्क के लिए केवल ₹250 ही जमा कराए थे उन्हें अपनी वार्षिक आय 2.50 लाख रुपए से कम होने का प्रमाण पत्र भी लाना है.
कोविड रिपोर्ट लाना है जरूरी -
आरएसएमएसएसबी ने इस संबंध में जारी नोटिस में साफ तौर पर यह बात कही है कि डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन राउंड के लिए जाने से पहले कैंडिडेट्स को कोविड-19 निगेटिव होने की रिपोर्ट साथ में ले जानी होगी. इस बात का भी ध्यान रखें कि यह जांच 72 घंटे से पहले की नहीं होनी चाहिए. रिपोर्ट के साथ ही डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन राउंड के लिए जाएं.
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