Jaipur News: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले (Dattatreya Hosabale) ने जयपुर (Jaipur) में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि 'संघ को समझने के लिए दिमाग नहीं दिल की जरुरत है. आरएसएस को लोग अपना दुश्मन मानते होंगे लेकिन आरएसएस का कोई दुश्मन नहीं है. उन्होंने पुरानी घटना का जिक्र किया की जब महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की हत्या के लगे झूठे आरोपों के बाद आरएसएस पर बैन लगाया गया था, उस दौरान आरएसएस के लोगों ने अपने आप को अकेला पाया था.'


उन्होंने कहा कि वर्षों तक संघ के लोग अपने आप को अकेला महसूस करते रहे. लोग मिलना तक नहीं चाहते थे. लेकिन संघ के लोगों ने अपने काम को रोका नहीं. न झुके, न रुके. दूसरी बार जब आपातकाल के बाद आरएसएस पर बैन लगा तब संघ के पास अकेला पन नहीं था. संघ के नेतृत्व को लोगों ने सराहा. होसबोले ने कहा कि दुनिया के लोगों ने संघ के काम को खूब सराहा. अब अगले साल संघ अपने स्थापना का 100 वां साल मनाने वाला है.


'मुगल गार्डन नाम नहीं विचार का विषय'


राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन के नाम बदलने पर होसबोले ने कहा कि यह बस नाम नहीं है, बल्कि विचार-विमर्श का समय है. स्वतंत्रता क्या है? क्या गोरे लोगों को यहां से हटाकर सावले लोगों को कुर्सी पर बैठा देना ही स्वतंत्रता नहीं है. स्वतंत्र मतलब आपना तंत्र चाहिए. उन्होंने पूर्व मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना की बात का उदाहरण देते हुए बताया कि जब सीजेआई ने कहा था कि न्यायपालिका भारत के मिट्टी के अनुरूप नहीं है. इसलिए अब एक विमर्श शुरू हुआ है. जो अब चलता रहेगा. देश के हिसाब से काम होना चाहिए. नाम बदलना कोई छोटी प्रक्रिया नहीं है. यह चलता रहेगा. अब विचार-विमर्श का समय है. इसकी शुरुआत हो गई है. सब भारत के लोगों और यहां की मिटटी के हिसाब से होना जरूरी है.


'कभी बुलाने पर भी लोग नहीं आते थे'


सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा 'एक समय था जब लोग बुलाने पर भी आरएसएस के कार्यक्रम में नहीं आते थे. अब सोशल मीडिया से लेकर मीडिया में प्रमुख रूप से आरएसएस के पदाधिकारियों की चर्चा होती रहती है. पहले हमारी बात को लोग सुनना तक नहीं चाहते थे, लेकिन अब हर जगह संघ की चर्चा होती है. उन्होंने कहा आरएसएस के बारे में लोगों को पहले गलत बातें बताई जाती थी. अब ऐसा नहीं है. सभी आरएसएस से जुड़ रहे हैं. घर वापसी भी बड़ी संख्या में कराई जा रही है. उन्होंंने कहा कि 'गौ हत्या' करने वाले हिंदुओं की भी घर वापसी कराई जा सकती है. संघ की उपयोगिता बहुत बढ़ी है. हम देश की मजबूती के लिए हमेशा से काम करते रहे हैं. आपदा काल में संघ द्वारा किये कार्यों की खूब चर्चा रहती है.'


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