'हरिद्वार किस जाति का है, खुद को हिंदू मानने वाले लोग...', RSS नेता भैयाजी जोशी का बड़ा बयान
Suresh Bhaiya Ji Joshi: राजस्थान के जयपुर में RSS नेता सुरेश भैयाजी जोशी ने कहा कि इस देश में चारों दिशाओं में रहने वाले जो लोग खुद को हिंदू मानते हैं, वो इन सभी को अपना मानते हैं. फिर भेद कहां है?
Suresh Bhaiya Ji Joshi News: विजय दशमी के मौके पर आरएसएस (RSS) के कार्यकर्ता पथ संचलन कार्यक्रम के लिए राजस्थान के जयपुर के त्रिवेणी नगर स्थित सामुदायिक केंद्र में इकट्ठा हुए. इस दौरान RSS नेता सुरेश भैयाजी जोशी ने जाति को लेकर तीखे सवाल किए . उन्होंने कहा कि क्या कोई बता सकता है कि हरिद्वार किस जाति का है? भैयाजी जोशी ने ये भी कहा कि खुद को हिंदू मानने वाले लोग सभी को अपना समझते हैं.
जयपुर में कार्यक्रम के दौरान RSS नेता सुरेश भैयाजी जोशी ने कहा, "जाति का निर्धारण जन्म के आधार पर होता है. हमको हमारा नाम मिलता है. हमको भाषा मिलती है. हमको भगवान और धर्मग्रंथ मिलते हैं. हम महापुरुषों के वंशज कहलाते हैं, तो क्या ये चीजें हमारी जाति के कारण है?''
#WATCH RSS नेता सुरेश भैयाजी जोशी ने कहा, "जाति का निर्धारण जन्म के आधार पर होता है... क्या कोई बता सकता है कि हरिद्वार किस जाति का है? क्या 12 ज्योतिर्लिंग किसी जाति के हैं? क्या देश के कोने-कोने में स्थित 51 शक्तिपीठ किसी जाति के हैं? जो लोग खुद को हिंदू मानते हैं और देश के सभी… https://t.co/cqcGQNcAYP pic.twitter.com/2UcZ9hBzUy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 11, 2024
क्या 12 ज्योतिर्लिंग किसी जाति के हैं- सुरेश भैयाजी जोशी
उन्होंने आगे सवाल पूछा, ''हमें क्या कोई बता सकता है कि हरिद्वार किस जाति का है? क्या 12 ज्योतिर्लिंग किसी जाति के हैं? क्या देश के कोने-कोने में स्थित 51 शक्तिपीठ किसी जाति के हैं? इस देश में चारों दिशाओं में रहने वाले जो लोग खुद को हिंदू मानते हैं, वो इन सभी को अपना मानते हैं. फिर भेद कहां है?''
गलत धारणाओं को बदलना होगा- भैयाजी जोशी
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के नेता ने आगे कहा, ''जिस तरह से राज्य की सीमाएं हमारे बीच कोई भेद या विभाजन पैदा नहीं कर सकती हैं, उसी तरह जन्म के आधार पर चीजें हमें विभाजित नहीं कर सकती हैं और ना ही करना चाहिए. अगर कोई गलत धारणाएं हैं, तो उसे बदलना होगा, अगर कोई भ्रम या बेकार का अहंकार है, तो उसे खत्म करना होगा."
बता दें कि RSS के नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए दशहरा और विजयदशमी का त्यौहार बहुत ही खास माना जाता है. इस मौके पर संघ के कार्यकर्ताओं की ओर से उनकी शाखाओं और शहरों में शस्त्र पूजन का भी प्रचलन है. इससे पहले राजस्थान के बारां में हाल ही में RSS प्रमुख मोहन भागवत ने भी कहा था कि हिंदू समाज को भाषा, जाति और क्षेत्रीय असमानताओं और संघर्षों को खत्म करके अपनी सुरक्षा के लिए एकजुट होने की जरूरत है.
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