Jodhpur: परिवहन मंत्री के काफिले में चलती गाड़ी से सड़क पर गिरे स्कूली बच्चे, सामने आया वीडियो
Jodhpur News: वीडियो में देखा जा सकता है कि कैंपर के पीछे वाले डाले में बच्चे किनारे पर एक दूसरे के कंधे पर हाथ डाले बैठे थे. कुछ बच्चों ने हाथ में बैनर और झंडे ले रखे थे.
Rajasthan News: राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में परिवहन मंत्री बृजेंद्र सिंह ओला आज अपने काफिले के साथ निकल रहे थे. इस दौरान मंत्री के काफिले में शामिल गाड़ी के द्वारा नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं. दरअसल काफिले में शामिल एक तेज रफ्तार कैंपर गाड़ी जैसे ही मोड़ पर मुड़ी कैंपर में सवार पांच स्कूली बच्चे सड़क पर गिर गए.
काफिले में चल रही दूसरी गाड़ियों की रफ्तार मोड़ होने के कारण स्लो थी, वरना बहुत बड़ा हादसा हो सकता था. हालांकि बच्चों को वहां खड़े लोगों ने तुरंत उठा लिया. लेकिन जिस तरह से बच्चों को खुली कैंपर में भीड़ जुटाने के लिए ले जाया जा रहा था. ऐसे में बच्चों की सुरक्षा को लेकर मंत्री ओला पर सवाल खड़े हो गए हैं. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
वीडियो में दिख रहा यह काफिला सड़क सुरक्षा एवं परिवहन मंत्री बृजेंद्र सिंह ओला का बताया गया है. बोलेरो कैंपर में सवार बच्चों के हाथों में कांग्रेस के झंडे थे. हादसा बुधवार सुबह 11:00 बजे झुंझुनू के पास के गांव वारिसपुरा से देवराला में लोकार्पण और सम्मान समारोह में जाते वक्त हादसा हुआ था. इस दौरान इस काफिले में परिवहन विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे. अधिकारियों की जीप और कारें सबसे आगे चल रही थीं. इसके बावजूद लापरवाही बरती गई. युवाओं और बच्चों को खुली कैंपर में सवार कर बिना सुरक्षा के काफिले में शामिल किया गया.
परिवहन अधिकारियों के सामने उड़ी नियमों की धज्जियां
वीडियो में साफ दिख रहा है कि बच्चे अचानक तेज रफ्तार गाड़ी से नीचे गिर गए. गिरने वाले बच्चों में से दो बच्चों को चोट आई हैं. वीडियो में देखा जा सकता है कि कैंपर के पीछे वाले डाले (लोडिंग एरिया) में बच्चे किनारे पर एक दूसरे के कंधे पर हाथ डाले बैठे थे. कुछ बच्चों ने हाथ में बैनर और झंडे ले रखे थे. कैंपर मोड पर तेजी से घूमी तो बच्चे धड़ाधड़ सड़क पर गिरते चले गए. कैंपर के ड्राइवर को तब पता चला जब पीछे से लोग चिल्लाते हुए गाड़ी को रोकने की बात करने लगे. बड़ी बात यह है कि काफिले में आगे तीन गाड़ियों में पुलिस थी. इसके बावजूद कैंपर में बच्चों को क्यों बैठा रखा था. सड़क पर गिरने से बच्चों को अंदरूनी चोटें लगी है. सवाल यह है कि परिवहन मंत्री के काफिले में इस तरह के नियमों की अनदेखी क्यों की गई. काफिले में सबसे आगे परिवहन अधिकारियों की गाड़ियां थीं. ऐसे में उनकी भी जिम्मेदारी थी कि वह बच्चों की जान जोखिम में डालने वालों को रोकें लेकिन लापरवाही बरती गई.
ये भी पढ़ें: Rajasthan News: उदयपुर पहुंचीं फेमिना मिस इंडिया नंदिता गुप्ता, पिछड़े वर्ग को लेकर कह दी बड़ी बात