Russia-Ukraine War: CM अशोक गहलोत ने PM नरेंद्र मोदी को लिखा खत, इस बात का किया जिक्र
Jaipur News: राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने पीएम नरेंद्र मोदी को खत लिखा है. सीएम गहलोत ने कहा कि, भारतीय विद्यार्थियों को रोमानिया और पोलैंड से सुरक्षित मार्ग नहीं मिल पा रहा है.
Russia-Ukraine War CM Ashok Letter to PM Narendra Modi: राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने यूक्रेन (Ukraine) में फंसे देश और प्रदेश के विद्यार्थियों की शीघ्र एवं सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने का अनुरोध करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को पत्र लिखा है. सीएम गहलोत ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि युद्धग्रस्त देश में फंसे विद्यार्थियों की शीघ्र वापसी के लिए भारत सरकार अविलंब यूक्रेन सरकार से संपर्क करे ताकि उन्हें पोलैंड (Poland), रोमानिया (Romania), हंगरी (Hungary) के रास्ते से सुरक्षित घर लाया जा सके.
नहीं मिल पा रहा है सुरक्षित मार्ग
यूक्रेन में रह रहे भारतीस छात्र अजय सिंह से फोन पर हुई बातचीत का जिक्र करते हुए सीएम गहलोत ने पत्र में लिखा कि, ''यूक्रेन से एक साथ निकलने के लिए भारतीय विद्यार्थियों को रोमानिया और पोलैंड से सुरक्षित मार्ग नहीं मिल पा रहा है.'' उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के अधिकारियों को यूक्रेन में रह रहे विद्यार्थियों एवं उनके परिजनों के माध्यम से सूचना मिल रही है कि बड़ी संख्या में भारतीय विद्यार्थी रोमानिया की सीमा पर एकत्र हैं लेकिन उन्हें वहां से आगे बढ़ने का रास्ता नहीं मिल पा रहा है.
राज्य सरकार के अधिकारियों को वहां रह रहे विद्यार्थियों एवं उनके परिजनों के माध्यम से यह संदेश प्राप्त हो रहे हैं कि बड़ी संख्या में भारतीय विद्यार्थी रोमानिया की सीमा पर एकत्रित हैं और उन्हें वहां से आगे बढ़ने का रास्ता नहीं मिल पा रहा है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 27, 2022
परिवार के लोग हैं परेशान
गहलोत ने पत्र में प्रधानमंत्री को लिखा है कि रोमानिया की सीमा पर फंसे विद्यार्थियों को भीषण ठंड का सामना करना पड़ा रहा है. उन्होंने कहा है कि यूक्रेन के मौजूदा हालात के कारण वहां फंसे बच्चों के अभिभावक, माता-पिता गंभीर तनाव की स्थिति से गुजर रहे हैं, ऐसे में 'मेरा अनुरोध है कि आप उनकी सुरक्षित वापसी जल्दी सुनिश्चित करें.' सीएम गहलोत ने इस संबंध में एक पत्र विदेश मंत्री एस जयशंकर को भी पत्र लिखा है.
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