Sachin Pilot in Barmer: राजस्थान में विधानसभा चुनाव इसी साल के अंत में होने वाले हैं. कांग्रेस-बीजेपी-आप सहित अन्य दल चुनावी मोड में एक्टिव हो गए हैं. कांग्रेस पार्टी सत्ता में फिर से लौटने का दावा कर रही है. वहीं, विपक्ष में बैठी बीजेपी सत्ता में आने का दावा कर रही हैं. इस बीच तीसरा मोर्चा भी राजस्थान में सरकार बनाने में निर्णायक भूमिका निभाने का दावा कर रहा है. विधानसभा चुनाव से पहले जाटलैंड में सचिन पायलट के मंच पर गहलोत सरकार के 4 मंत्री और 12 विधायकों के शक्ति प्रदर्शन ने जाट वोट बैंक का दावा करने वाले नेताओं बेचैनी बढ़ा दी है.


शनिवार को बाड़मेर के आदर्श नगर स्टेडियम में सचिन पायलट के साथ मंच पर गहलोत सरकार के कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी, बायतु विधायक हरीश चौधरी, कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी और बीजेपी के पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम के साथ कई नेताओं की सक्रिय भूमिका ने सियासी गलियारों में चर्चाओं को बल दे दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट की लोकप्रियता लगातार बढ़ती जा रही है सीमावर्ती जिले बाड़मेर में जाट वोटरो की भारी भीड़ ने सब को चोंका दिया हैं.


जाट वोट बैंक में बड़ी सेंध मारने में कामयाब होंगे पायलट?
राजनीतिक विश्लेषक के अनुसार, सचिन पायलट के लिए जाटलैंड बाड़मेर में जाट नेताओं के समर्थन से साफ जाहिर हो रहा है कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में जाट वोट बैंक में बड़ी सेंध लगाने में कामयाब होंगे. शनिवार को बाड़मेर के आदर्श नगर स्टेडियम में वीरेंद्र धाम हाईटेक हॉस्टल के लोकार्पण के बाद एक सभा का आयोजन किया गया. इस सभा में पश्चिमी राजस्थान के जाट वोट बैंक का दावा करने वाले कांग्रेस और बीजेपी के नेता एक साथ एक मंच पर नजर आए.


टोंक विधायक और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट का शनिवार को बाड़मेर में आयोजित कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी के बेटे वीरेंद्र चौधरी की याद में बनाए गए वीरेंद्र धाम हाइटेक हॉस्पिटल के लोकार्पण के कार्यक्रम में जोरदार स्वागत हुआ. सीएम गहलोत से नाराज चल रहे बायतु विधायक हरीश चौधरी, सचिन पायलट के समर्थन में खड़े नजर आए. इसी मंच पर बीजेपी के पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम सक्रिय भूमिका में दिखे.


बायतु विधायक और हेमाराम चौधरी में लड़ाई?
बायतु विधायक हरीश चौधरी और कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी के बीच भी राजनीतिक वर्चस्व को लेकर 36 का आंकड़ा देखा गया है. हरीश चौधरी को राजस्व मंत्री बनाए जाने के कारण हेमाराम चौधरी ने विधानसभा में इस्तीफा दे दिया था. सचिन पायलट के समझाने के बाद उन्होंने इस्तीफा वापस लिया. बीजेपी के पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम 2013 के चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कहने पर बीजेपी में शामिल हुए. लोकसभा का चुनाव लड़ा और बाड़मेर में पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह जसोल को हराकर सांसद बने थे.


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