Jan Sangharsh Yatra: राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में सीएम गहलोत व पायलट गुट के बीच चल रही कलह थमने का नाम नहीं ले रही है. पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट अपनी ही सरकार व सीएम गहलोत के विरुद्ध लगातार अनशन और प्रदर्शन कर मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं. सोमवार (15 मई) को पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की जन संघर्ष यात्रा जयपुर में पूरी हो गई. भांकरोटा में गुरु जनसभा में पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ आंदोलन का ऐलान कर दिया है. पायलट अपनी सरकार के सामने तीन मांगे रखी है. उन्होंने कहा है कि महीने के आखिर तक यदि यह मांगे नहीं मानी गई तो पूरे प्रदेश में हम आंदोलन करेंगे. पायलट गुट के मंत्री व विधायक सीएम गहलोत पर लगातार हमले बोल रहे हैं.
राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के वन मंत्री हेमाराम चौधरी ने हमला बोलते हुए कहा कि समय आने पर मैं बता दूंगा कि एक हाथ से ताली बजती है या नहीं. हमें समझ में नहीं आ रहा है कि राजस्थान में आखिर सरकार है. किसकी हमारी सरकार के मुखिया कह रहे हैं. सरकार को बचाने वाली पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे है तो क्या यह वसुंधरा राजे की सरकार है.
'हमारी लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ है'
मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि कितने पैसे लिए हैं. हमने तो आप अपनी सरकार में हमें मंत्री लेकर बैठे हो किस पर आरोप लगा रहे हो समझ में नहीं आ रहा है. सरकार में बैठे लोग खुद अपने ऊपर आरोप लगा रहे हैं. सरकार से बाहर कर दीजिए अगर आपको लगता है कि हेमाराम चौधरी भ्रष्ट हैं. कोई जरूरत नहीं है. सरकार में मुझे रखने की हमारी लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ है. यह लड़ाई जारी रहेगी.
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'हमारी सरकार गिराने की साजिश हुई थी'
वर्ष 2020 में सचिन पायलट व पायलट समर्थकों ने राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के विरुद्ध बगावत करते हुए मानेसर के होटल में जाकर बैठ गए थे उस दौरान सीएम अशोक गहलोत ने अपनी सरकार को बचाने के लिए कई दिनों तक होटलों में रहे पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट व उनके समर्थक विधायकों पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत गृह मंत्री अमित शाह व केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ मिलकर सरकार गिराने का आरोप लगाए थे. इन आरोपों को एक बार के सीएम अशोक गहलोत ने कुछ दिन पहले दोहराया और कहा कि हमारी सरकार गिराने की साजिश हुई थी. उस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे व कैलाश मेघवाल ने सरकार को गिरने से बचाया था.