Rajasthan News: राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की तरफ से गठित समिति के माध्यम से राजस्थान की सरकार में जो कदम उठाए गए, उसी दिशा में आगे काम करने की जरूरत है ताकि अगले साल एक बार फिर से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन सके. गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी नेतृत्व उन्हें जो भी दायित्व देगा, वह उसका निर्वहन करेंगे, लेकिन वह सिर्फ यही चाहते हैं कि राजस्थान में हर पांच साल पर सरकार बदलने की दशकों पुरानी परंपरा इस बार टूटे.
पायलट की सोनिया गांधी से मुलाकात ऐसे समय पर हुई जब एक दिन पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात की थी. गहलोत और पायलट राजस्थान में कांग्रेस के दो विपरीत ध्रुव के तौर पर देखे जाते हैं.
सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद पायलट ने कहा, ‘‘संगठन के दृष्टिकोण, जो काम करना है, पर चर्चा की है. बीजेपी सरकार की दमनकारी नीतियां सबके सामने हैं, ऐसे में आम जन की आवाज बनने पर चर्चा की है. संगठन के चुनाव चल रहे हैं, उस पर भी बातचीत हुई है. पार्टी को मजबूत करने के लिए चर्चा पर हुई.’’ उन्होंने बताया, ‘‘राजस्थान के राजनीतिक हालात पर मैंने फीडबैक दिया है, चर्चा की है.’’
पायलट ने कहा, ‘‘राजस्थान में पिछले 30 वर्षों से एक परिपाटी है कि एक बार बीजेपी सरकार, एक बार कांग्रेस सरकार. एआईसीसी ने लगभग दो साल पहले जो समिति बनाई थी, उसके माध्यम से हमने सरकार के भीतर कुछ उपयोगी कदम उठाए हैं. उसी पर आगे काम करना है ताकि संगठित होकर 2023 के विधानसभा चुनाव में दोबारा सरकार बना सकें.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अच्छी मुलाकात हुई. मुझे लगता है कि आने वाले समय में मिलकर आगे बढ़ेंगे.’’
कांग्रेस में दायित्व मिलने की संभावना पर पायलट ने कहा, ‘‘22 साल से राजनीति में हूं. पार्टी ने मुझे जब जब कोई जिम्मेदारी दी है, मैंने उसे पूरी निष्ठा से निभाया है. अभी कांग्रेस अध्यक्ष मुझे जो निर्देशित करेंगी उस काम को करूंगा, लेकिन मैं चाहता हूं कि हम राजस्थान में सरकार दोबारा बनाएं.’’
इसके साथ ही उन्होंने इस बात को दोहराया, ‘‘हमने एआईसीसी की समिति के माध्यम से कुछ काम किए हैं. और मेहनत करने की जरूरत है. अगर हम मिलकर काम करेंगे तो मुझे पूरा विश्वास है कि हम दोबारा सरकार बनाएंगे.’’ पायलट ने कुछ दिनों पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा से भी मुलाकात की थी.