Rajasthan Politics: राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बंपर जीत हासिल कर सत्ता प्राप्त कर ली. वहीं कांग्रेस को इन चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के दो महीने बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अपनी हार को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अगर थोड़ा और प्रयास किया गया होता, तो कांग्रेस राजस्थान विधानसभा चुनाव जीत सकती थी.


उन्होंने यह भी कहा कि उनके और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच मतभेद दूर हो गए हैं और इस रिश्ते का चुनाव नतीजों पर असर नहीं पड़ा. पायलट ने यहां 'लोकमत नेशनल कॉन्क्लेव' में कहा कि कांग्रेस ने राजस्थान में अच्छी लड़ाई लड़ी, हालांकि इस बात का अफसोस है कि पार्टी जीत नहीं सकी.


टोंक से कांग्रेस विधायक ने कहा, "मुझे लगा कि राजस्थान में हमारे पास बहुत अच्छा मौका था. हमने बहुत प्रयास किया, लेकिन अगर हमने थोड़ा और प्रयास किया होता, जैसे टिकट बदलना, 25 मौजूदा मंत्रियों में से 17-18 चुनाव हार गए. अगर हमने दूसरे उम्मीदवारों को चुना होता, तो शायद प्रदर्शन बेहतर होता."


यह पूछे जाने पर कि क्या अगले चुनाव के लिए गहलोत को कांग्रेस के चेहरे के तौर पर बदलने की जरूरत है, उन्होंने कहा, अगला चुनाव पांच साल दूर है. पायलट ने यह भी कहा कि पार्टी शायद अपने कार्यकर्ताओं का खयाल रखने में विफल रही है.


उन्होंने यह भी कहा, "मुझे लगा कि हमें कुछ सुधार की जरूरत है. अगर हमने विपक्ष में रहते हुए किसी मुद्दे पर कोई रुख अपनाया है, तो क्या मैं जीतने के बाद इसे बदल सकता हूं? हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं ने पांच साल तक कड़ी मेहनत की, जिससे पार्टी को जीत मिली. यह एक कार्यकर्ता की ऊर्जा है, जो पार्टी को जीत दिलाती है."


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