Sachin Pilot on Congress President Result: कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष चुनाव का परिणाम घोषित हो गया है और मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) कांग्रेस के नए अध्यक्ष बने हैं. मल्लिकार्जुन खड़गे को 7897 वोट मिले, जबकि शशि थरूर को महज 1072 वोट मिले. इस तरह से कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे की 7 हजार से अधिक वोटों से जीत हुई. वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत पर कांग्रेस विधायक सचिन पायलट (Sachin Pilot) की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. सचिन पायलट ने मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत पर उन्हें बधाई देते हुए कहा कि ये लोकतंत्र की जीत है.
दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए सचिन पायलट ने कहा," भारी बहुमत से मल्लिकार्जुन खड़गे जी जीते हैं, ये लोकतंत्र की जीत है और कांग्रेस पार्टी की जीत है. मैंने मल्लिकार्जुन खड़गे जी को बधाई दी है. मुझे पूरा भरोसा है कि खड़गे जी का व्यापक अनुभव पार्टी को मिलेगा. लोकतंत्र में इससे बेहतर उदाहरण नहीं हो सकता है, 90 प्रतिशत मत खड़गे साहब को मिला है. आने वाली समस्याओं का सामना हम मिलकर करेंगे.''
मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत की घोषणा कांग्रेस केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने की. मधुसूदन मिस्त्री ने कहा,"मैं मल्लिकार्जुन खड़गे को कांग्रेस का निर्वाचित अध्यक्ष घोषित करता हूं."
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे ने 7897 वोटों से जीत हासिल की. वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत पर शशि थरूर ने भी उन्हें बधाई दी. कांग्रेस नेता शशि थरूर कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलने उनके आवास पहुंचे. इसके साथ ही सचिन पायलट, गौरव गोगोई, तारिक अनवर जैसे नेता शशि थरूर से मिलने उनके आवास पर पहुंचे. वहीं खड़गे के समर्थक ढोल नगाड़ों के साथ उनकी जीत को सेलिब्रेट कर रहे हैं.
खड़गे के राजनीतिक करियर की बात करें तो वह कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं. 80 साल के खड़गे को गांधी परिवार का बेहद करीबी माना जाता है और वह कई दशकों से राजनीति में जुड़े हुए हैं. खड़गे कर्नाटक के रहने वाले हैं और वह सबसे पहले साल 1969 में कर्नाटक के गुलबर्ग सिटी कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे. इसके बाद खड़गे साल 1972 में पहली बार विधानसभा पहुंचे और साल 2009 तक वो कुल 9 बार विधायक रहे. वहीं खड़गे साल 1976 में पहली बार कर्नाटक में कैबिनेट मंत्री रहे और फिर साल 1988 में उन्हें कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया. इसके बाद वह साल 2005 में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने.