Sachin Pilot on Women Reservation Bill: जो महिला आरक्षण बिल प्रस्तुत किया गया है, उसमें सिर्फ लिप सर्विस दी गई है. यह देश की जनता और कांग्रेस की बहुत पुरानी मांग थी. सचिन पायलट का कहना है कि यह बिल बहुत पहले आ जाना चाहिए था. जो जानकारी मिल रही है, उसके हिसाब से यह बिल लागू होगा साल 2029 में. मोदी सरकार इसे अभी लागू क्यों नहीं कर रही, यह समझ के परे है. 


सचिन पायलट ने कहा, 'बिल लेकर आ गए, लेकिन लागू करेंगे 6-7 साल के बाद.' राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम पायलट ने कहा कि केंद्र सरकार की मंशा ही सही नहीं है. अगर मंशा सही होती तो सब लोगों से बात करते और तत्काल प्रभाव से इसे लागू किया जाता. ऐसे में टोंक विधायक का कहना है कि कहीं न कहीं सरकार की मंशा और नीयत में कुछ फर्क दिखता है. 


सचिन पायलट का केंद्र सरकार से सवाल
सचिन पायलट का सवाल है, 'विशेष सत्र बुलाया गया और बिल पर सभी दलों की सहमति भी मिली, तो ऐसे में 5-6 साल इंतजार करने का क्या मतलब है?' इतना ही नहीं, सीएम गहलोत ने भी यही कहा कि यह बिल 9 साल पहले पारित कर सकते थे, उनके पास बहुमत था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. 


अशोक गहलोत ने भी केंद्र सरकार को घेरा
वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि मोदी सरकार के ऐसे फैसलों से साबित होता है कि बीजेपी INDIA गठबंधन से और अपनी हार से डर रही है. वहीं, सीएम गहलोत का दावा है कि महिला आरक्षण का फैसला कांग्रेस सरकार लेकर आई थी, लेकिन अब बीजेपी वाहवाही बटोरने के लिए इसका श्रेय लेने को तैयार है. उन्होंने ये भी कहा कि देश का जनता अब बीजेपी सरकार को समझ चुकी है.


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