(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Pulwama Widows Protest: सचिन पायलट ने दिया वीरांगनाओं का साथ, बोले- 'नौकरी देना बड़ा मसला नहीं, पहले भी हुए हैं संशोधन'
Rajasthan News: पुलवामा शहीदों की विधवाएं 28 फरवरी से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं, हालांकि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनकी मांगों को राजनीति से प्रेरित बताया है.
Pulwama Widows Protest: अपनी विभिन्न मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहीं पुलवामा शहीदों (Pulwama Martyrs) की विधवाओं को लेकर कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने बड़ा बयान दिया है. दरअसल विधवाओं की मांग है कि नियमों में बदलाव किया जाए कि अनुकंपा के आधार पर शहीदों के बच्चों को ही नहीं बल्कि उन्हें रिश्तेदारों को भी सरकारी नौकरी मिल सके. उनकी अन्य मांगों में सड़कों का निर्माण और उनके गांवों में जवानों की प्रतिमाएं लगाना शामिल है.
'एक-दो नौकरी की बात है तो बड़ा मसला नहीं'
रिश्तेदारों को नौकरी देने की विधवाओं की मांग पर सचिन पायलट ने कहा कि एक या दो नौकरी की बात है तो बहुत बड़ा मसला नहीं है. उन्होंने कहा कि नियमों में संशोधन पहले भी हुए हैं और आगे भी हो सकते हैं. वीरंगनाओं को लेकर अगर राजनीति होती है तो इसका प्रदेश और देश में गलत संदेश जाएगा. उन्होंने कहा कि एक या दो नौकरी की बात है तो बहुत बड़ा मसला नहीं है. इसमें नियम संशोधन पहले भी हुए हैं, आगे भी हो सकते हैं.
विधवाओं की मांग राजनीति से प्रेरित
इससे पहले सीएम गहलोत ने विधवाओं की मांगों को राजनीति से प्रेरित बताया था. उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार ने शहीद वीरांगनाओं से किए सभी वादों को पूरा कर दिया है. उनकी अब जो मांगे हैं वो 'राजनीति से प्रेरित' है.
वहीं रिश्तेदारों को नौकरी देने की मांग पर सीएम ने कहा था कि यदि वीरांगनाओं की मांग मानते हुए उनके रिश्तेदारों को नौकरी दे दी जाती है तो आगे सभी वीरांगनाओं के रिश्तेदार उनके बच्चों के हक की नौकरी खुद के लिए मांगने लगेंगे. बता दें कि वीरांगना शहीद रोहिताश की पत्नी ने मांग है कि उनके देवर को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए.
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