Rajasthan: 'अपने लोगों को बदनाम करो, बीजेपी का गुणगान करो, ये कहां की नीति', पायलट के भाषण की 10 बड़ी बातें
Rajasthan News: सचिन पायलट ने कहा कि हमारा संघर्ष किसी नेता के खिलाफ नहीं है, ये भ्रष्टाचार के खिलाफ है और मैं आखिरी सांस तक राजस्थान की जनता की सेवा करता रहूंगा.
Jan Sangharsh Yatra: बीजेपी के शासन में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने आज अपनी जनसंघर्ष यात्रा जयपुर में खत्म की. इस दौरान राजधानी में पहुंचने के बाद पायलट ने सीएम गहलोत पर जमकर हमला बोला. आइए 10 प्वाइंट में जानते हैं सचिन पायलट के भाषण की 10 बड़ी बातें क्या रहीं.
अपने संबोधन के दौरान सचिन पायलट ने कहा कि क्या परिस्थिति पैदा हुई क्या घटनाक्रम हुआ कि हमे यात्रा निकालनी पड़ी. साल 2013 में हमारी सिर्फ 21 सीट रह गईं. तब मुझे अध्यक्ष बनाया गया. हमने साल 2018 तक खूब संघर्ष किया.
पायलट ने कहा कि सभी नेताओं ने वसुंधरा राजे सरकार पर आरोप लगाए. फिर हमारी सरकार बनी लेकिन साढ़े चार साल हो गये लेकिन वसुंधरा सरकार पर लगे आरोप की जांच नहीं हुई. मैंने खूब चिट्ठियां लिखी. एक दिन का अनशन किया. कुछ नहीं हुआ. फिर मैंने सोचा कि इस भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जनता के बीच जाना होगा. 11 मई को अजमेर से यात्रा शुरू की.
सचिन पायलट ने कहा कि हमारा संघर्ष किसी नेता के खिलाफ नहीं है. ये भ्रष्टाचार के खिलाफ है. ये कहां की नीति है कि अपनी पार्टी के लोगों को बदनाम और बीजेपी के लोगों का गुणगान क मेरी इस जन संघर्ष यात्रा का उद्देश्य भ्रष्टाचार की जांच को करना है.
जन संघर्ष यात्रा में सचिन पायलट ने कहा मेरे काम करने के तरीके में मेरे निष्ठा पर मेरा घोर विरोधी भी ऊंगली नहीं उठा सकता है. उन्होंने कहा कि मैं किसी पद पर रहूं या नहीं रहूं, मैं राजस्थान की जनता का सेवा अंतिम सांस तक करता रहूंगा.
सचिन पायलट ने कहा जनता के सामने कहा कि मैं डरने वाला नहीं हूं. याचना नहीं अब रण होगा. उन्होंने कहा कि तीनों मांगों को पूरा करने के लिए इस महीने के आखिर तक नहीं मानी गईं तो मैं पूरे प्रदेश में आंदोलन करूंगा.
पायलट ने ये भी कहा कि जब हमारी सरकर बनी तो जो आरोप हमने लगाया था वो आज साढ़े चार साल हो गए वो आरोप सिद्ध नहीं कर पाए.
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने पायलट ने कहा कि मैं लगातार उन्हें (सीएम अशोक गहलोत) पत्र लिखता रहा. मैंने अनशन भी किया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
पेपर लीक मामले में सीएम गहलोत को घेरते हुए सचिन पायलट ने कहा कि हर साल 20 से 25 लाख बच्चे-बच्चियां गांव से शहर आते हैं, कोचिंग करते हैं. उनके मां बाप पेट काट कर फीस देते हैं. उनके पेपर कैंसिल हो जाते हैं पेपर लीक हो जाते हैं, उम्र निकल जाती है.
पायलट ने कहा कि जो भी पेपर लीक पीड़ित हैं उन्हें मुआवजा मिले. आरपीएससी को भंग किया जाए. नये सिरे से चयन प्रक्रिया तय हो. वसुंधरा सरकार के खिलाप लगे आरोपों की जांच हो.
पायलट ने कहा कि युवाओं का भविष्य सुरक्षित नहीं तो देश भी सुरक्षित नहीं है. राजस्थान की जनता समझदार है वो सब सही गलत समझती है.
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