Rajasthan Politics: कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर को निलंबित किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. उनके निलंबन के खिलाफ कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा में रातभर धरना दिया. वहीं इसको लेकर कांग्रेस बीजेपी की सत्तारूढ़ भजनलाल सरकार पर हमलावर है. मुकेश भाकर को निलंबित करने पर पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने दावा किया है कि सत्ता पक्ष विपक्ष के नेताओं से डरकर उनपर कार्रवाई कर रहा है.


सचिन पायलट ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, "लाडनूं विधायक मुकेश भाकर को छह महीने तक सदन की कार्यवाही से निलंबित करने की प्रक्रिया की घोर निंदा करता हूं. सत्ता पक्ष को सदन को सुचारू रूप से संचालित करना चाहिए, लेकिन उससे उलट प्रतिपक्ष के सदस्यों से डरकर उनपर आक्रामक कार्रवाई की जा रही है. इस तरह के तानाशाही रवैय से किसान, श्रमिक, युवा एवं आमजन की आवाज को दबाया नहीं जा सकता."


 




इसके अलावा राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी मुकेश भाकर के निलंबन को लेकर बीजेपी पर हमला बोला है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "भाजपा सरकारों का तानाशाही पूर्ण रवैया केंद्र के बाद अब राज्यों में लोकतांत्रिक व्यवस्था एवं संवैधानिक मूल्यों को ध्वस्त करने में लगा है. कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर को 6 माह के लिए निलंबित करना संसदीय परंपराओं का हनन एवं अलोकतांत्रिक कदम है."


उन्होंने लिखा, "भाजपा की इस बौखलाहट में पर्ची सरकार की विफलता नजर आ रही है. प्रदेश की कानून व्यवस्था, महिला सुरक्षा, पानी-बिजली एवं रोजगार समेत हर मोर्चे पर नाकाम सरकार सदन में जवाब देने से बचने के लिए अलोकतांत्रिक कदम उठा रही है."


पीसीसी चीफ ने ये भी कहा, "प्रजातंत्र में विपक्ष की आवाज़ और जनता के मुद्दों को दबाया नहीं जा सकता. कांग्रेस का कार्यकर्ता सड़क से सदन तक आंदोलन करके बीजेपी की इस तानाशाही का मुंहतोड़ जवाब देगा."