Kota News: जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे ही शक्ति प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया का तीन दिन से हाड़ौती दौरा चल रहा है. वह लगातार कांग्रेस पर हमले कर रहे हैं. हाड़ौती के कार्यकर्ताओं का मन टटोल रहे हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी आ रहे हैं. कार्यकर्ताओं को धरा से धरातल तक पकड़ बनाए रखने का प्रयास हो रहा है. ऐसे में दो गुटों में बंटी कांग्रेस अपनी भीतरघात के कारण एक दूसरे गुट को जमीदोज करने में लगी है.
ऐसे में पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का कोटा और झालावाड़ का दौरा सियासी मायने में काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. राजस्थान में कुर्सी को लेकर जारी सियासी घमासान के बीच एक तरफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत देश के कांग्रेस विधायकों और उद्योगपतियों को साधते हुए नजर आ रहे हैं तो वही कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट प्रदेश की जनता और कार्यकर्ताओं को साधने में जुट गए हैं. झालरापाटन पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का गढ़ है, वह यहां से लगातार जीतकर आ रही हैं. ऐसे में पायलट का दौरा कार्यकर्ताओं को संदेश देकर जाएगा.
उत्साहित हैं हाडौती के कांग्रेस कार्यकर्ता
सोमवार को सचिन पायलट हाड़ौती संभाग का दौरा कर रहे हैं.पायलट एक दिवसीय दौरे पर झालावाड़ में राष्ट्रीय यादव युवा महासंघ के एक प्रोग्राम में शिरकत करेंगे. हाड़ौती संभाग में पायलट के दौरे की खबर आते ही हाड़ौती संभाग के कांग्रेसी उत्साहित होकर सचिन पायलट के दौरे की तैयारी करने लगे.हाड़ौती में माना जाता है कि कोटा और झालावाड़ में कार्यकर्ताओं की पूछ परक कम है.जो पायलट गुट के कार्यकर्ता हैं उन्हें कोई काम नहीं मिलता जबकी गहलोत धारीवाल गुट हावी है.ऐसे में अब एक बार फिर कार्यकर्ताओं को एकजुट करने की कवायद एक साल पहले ही शुरू हो गई है.
हाडौती से तीन सीट जीती कांग्रेस
सचिन पायलट के झालावाड़ दौरे के राजनीतिक महत्व की बात करें तो हाड़ौती संभाग भारतीय जनता पार्टी का गढ़ रहा है.राजस्थान में जब भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी,तब झालावाड़ संसदीय क्षेत्र से राज्य के मुख्यमंत्री ने चुनाव जीता है.मुख्यमंत्री बना भैरों सिंह शेखावत ने भी और वसुंधरा राजे सिंधिया ने भी झालावाड़ संसदीय क्षेत्र को ही चुना और विधानसभा का चुनाव जीते. सचिन पायलट ने राष्ट्रपति बनने के बाद झालावाड़ में अपनी पहली जनसभा भी की.सचिन पायलट ने झालावाड़ संसदीय क्षेत्र में 100 किलोमीटर की पैदल यात्रा भी की थी.सचिन पायलट की यात्रा से कांग्रेस को फायदा हुआ और झालावाड़ संसदीय क्षेत्र की 3 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की.
राहुल गांधी की यात्रा में खूब देखने को मिलेगा पायलट जादू
सचिन पायलट का झालावाड़ दौरा राहुल गांधी कि भारत जोड़ो यात्रा से भी जोड़कर देखा जा रहा है. दिसंबर महीने में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश से होकर राजस्थान के झालावाड़ जिले में प्रवेश करेगी. झालावाड़ जिला राहुल गांधी की यात्रा के लिहाज से महत्वपूर्ण जिला है. झालावाड़ जिले में कांग्रेस यात्रा को लेकर उत्साहित है और ऐसे में यात्रा से पहले सचिन पायलट का दौरा होना महत्व रखता है क्योंकि झालावाड़ जिले में सचिन पायलट का अपना एक बड़ा राजनीतिक जनाधार है. राजस्थान में चल रही सियासी उठापटक के बीच राजनीतिक गलियारों के भीतर राहुल गांधी की यात्रा को लेकर संदेह है की यात्रा सफल होगी या नहीं. शायद सचिन पायलट राहुल गांधी की यात्रा का सफल आगाज हो इसके लिए झालावाड़ और कोटा आ रहे हैं.
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