Bhilwara Rape Case: सचिन पायलट ने पीड़ित परिवार को दिलाया न्याय का भरोसा, कहा- 'अपराधियों ने मानवता की सीमाओं को लांघा'
Bhilwara Rape and Murder Case: सचिन पायलट ने पीड़ित परिजनों को ढांढस बंधाया और परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिया है. वहीं, सीएम गहलोत ने कानून व्यवस्था पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई थी.
Sachin Pilot on Bhilwara Rape Case: राजस्थान के भीलवाड़ा में एक मासूम लड़की को जिस तरीके से दरिंदगी के बाद मार दिया गया, यह जानकर लोगों की रूह कांप गई है. कोटड़ी थाना इलाके में नाबालिग लड़की से रेप के बाद उसे जिंदा ही भट्ठी में जला दिया गया. सोमवार को उसके क्षत-विक्षत शव का अंतिम संस्कार किया गया. मंगलवार को राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट भीलवाड़ा जिले के नरसिंहपुरा गांव पहुंचे पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे.
सचिन पायलट ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'जिस खौफनाक, भयानक घटना को अंजाम दिया गया और जिस दरिंदगी से नाबालिग बच्ची का दुष्कर्म और हत्या की गई, वह किसी भी सभ्य समाज में स्वीकार नहीं हो सकता. जिन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया, उन्होंने मानवता की सीमाओं को लांघा है. मेरी परिजनों से मुलाकात हुई है. मुझे सूचना मिली है कि सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस भी दो नाबालिगों को गिरफ्तार कर रही है.'
पायलट ने पीड़ित परिजनों को दिया हर संभव मदद का भरोसा
सचिन पायलट ने आगे कहा, 'मुझे प्रशासन ने बताया है कि इन पर POCSO का मामला दर्ज़ कर कोर्ट में रोज़ सुनवाई होगी.' गौरतल है कि सचिन पायलट ने पीड़ित परिजनों को ढांढस बंधाया और परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिया है. 3 अगस्त की घटना के बाद अब तक सिर्फ बीजेपी नेताओं ने ही इस गांव का दौरा किया था और बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
इस मुद्दे पर अब तक कोई टिप्पणी नहीं करने वाले सीएम अशोक गहलोत ने सोमवार देर रात कानून व्यवस्था पर चर्चा के लिए बुलाई बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की गई. उन्होंने कहा कि हम आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए तत्काल कार्रवाई कर रहे हैं. हालांकि इस मामले का राजनीतिकरण किया जा रहा है.
मृतक नाबालिग के पिता ने की आत्महत्या की कोशिश
सामूहिक बलात्कार के बाद जघन्य हत्या के छह दिन बाद लड़की के शव के टुकड़ों को सोमवार को उसके गांव ले जाया गया. उसके पिता उसके शरीर को टुकड़ों में देखकर गमगीन हो गए और उसके अंतिम संस्कार के दौरान चिता में कूदने की भी कोशिश की. ग्रामीण पिछले छह दिनों से यहां प्रदर्शन कर रहे थे और अपनी मांगें पूरी होने तक शव का पोस्टमार्टम नहीं होने दिया था. रविवार शाम को धरना समाप्त कर दिया गया, जिसके बाद आधी रात को शव का पोस्टमार्टम किया गया.
सुरेंद्र सागर की रिपोर्ट
यह भी पढ़ें: Rajasthan: महिलाओं से छेड़छाड़ करने वालों पर गहलोत सरकार सख्त, नहीं मिलेगी सरकारी नौकरी