Rajasthan Politics: राजस्थान के मुख्यमंत्री के यह आरोप लगाने पर बीजेपी ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार को गिराने के लिए पायलट खेमे के प्रत्येक विधायक को 10 करोड़ रुपये भेजे थे, बीजेपी की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी को कांग्रेस पार्टी के सहयोगियों अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच झगड़े के लिए दोषी नहीं ठहराया जा सकता. उन्होंने कहा, "गहलोत के आरोपों में कोई दम नहीं है. हमें अब भी सचिन पायलट की जरूरत नहीं है."
पूनिया ने कहा, "ऐसा कभी नहीं होता कि किसी पार्टी को अपने डिप्टी सीएम और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख को बर्खास्त करना पड़े. हमने किसी को जाकर सरकार गिराने के लिए नहीं कहा. यह उनका अपना मुद्दा था. झगड़े के दौरान बीजेपी को एक कारण बनाने का प्रयास किया गया है. गलती उनकी अपनी थी. गहलोत ने बीजेपी को अपने बचाव के लिए आरोप का माध्यम बनाया है."
राजस्थान की जनता 4 साल से परेशान- सतीश पूनिया
पूनिया ने आगे कहा कि राजस्थान की जनता 4 साल से परेशान है. बीजेपी मुख्यालय से 'पायलट समर्थक विधायकों' को पैसा भेजने के आरोपों पर पूनिया ने कहा, "यह झूठा आरोप है."
एक सवाल के जवाब में कि क्या बीजेपी नेताओं ने पायलट और उनके समर्थक विधायकों से मुलाकात की थी, पूनिया ने कहा "हम क्यों मिलेंगे? वे हमारे विधायक नहीं थे. पायलट पीसीसी प्रमुख थे. हमने उन्हें नहीं भेजा .. क्या कोई अपनी पार्टी से अलग होना चाहता है तो इसमें हम क्या कर सकते हैं?"
गहलोत हमेशा ऐसे आरोप लगाते हैं, जिनका कोई आधार और तर्क नहीं होता, उन्होंने बीजेपी मुख्यालय से नकदी भेजे जाने के आरोपों का जवाब देते हुए कहा. उन्होंने कहा, "यह केवल उनकी (कांग्रेस) हताशा और निराशा व्यक्त करने का एक तरीका है कि बीजेपी को दोष दिया जाना चाहिए."