Rajasthan: अशोक गहलोत- सचिन पायलट की अनबन दूर करने के लिए कांग्रेस दे रही बड़ा मौका, इस वरिष्ठ नेता ने की पहल
Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान कांग्रेस में चुनाव से पहले बवाल मचा हुआ है. इसे शांत करने के लिए अब कांग्रेस के एक बड़े नेता आगे आए हैं और उनकी कोशिश अंदरुनी झगड़े को खत्म करना है.
Rajasthan Congress Crisis: राजस्थान में कांग्रेस में चल रही अंदरुनी खींचतान के बाद अब पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने कमान संभाल ली है. इसी के तहत राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और सचिन पायलट (Sachin Pilot) के बीच के झगड़े निपटाने के लिए दोनों से सोमवार को मुलाकात का फैसला किया है. खरगे दोनों से अलग-अलग मुलाकात करेंगे और उनकी बात सुनेंगे. माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद खरगे अंतिम निर्णय करेंगे. पार्टी सूत्र बताते हैं कि राजस्थान कांग्रेस के इन दो बड़े नेताओं के बीच के झगड़े को सुलझाने की हर संभव कोशिश की जाएगी.
भ्रष्टाचार और पेपर लीक मामले में सचिन पायलट, सीएम गहलोत पर हमलावर हैं. वह लगातार इन मामलों की जांच की मांग कर रहे हैं लेकिन सीएम गहलोत ने अपने बयानों से यह इशारा कर दिया है कि वह पायलट की मांग नहीं मान रहे. पायलट ने इसी महीने 5 दिवसीय पदयात्रा भी निकाली थी और अप्रैल में एक दिन का अनशन किया था. अनशन और पदयात्रा का कोई असर न होने के बाद दोनों के बीच एकबार फिर जुबानी जंग तेज हो गई है.
झगड़ा शांत कराने में जुटी है कांग्रेस
कांग्रेस किसी भी हाल में चुनाव से पहले इन दो बड़े नेताओं के बीच के झगड़े को शांति करना चाहती है ताकि वह एकजुटता के साथ जनता के बीच जा सके. यह मीटिंग बेहद अहम मानी जा रही है. इसी से यह तय होगा कि कांग्रेस नेतृत्व पायलट की मांग मानता है या नहीं. बीते कुछ समय से पायलट के कांग्रेस से निकलने की भी अटकलें लगाई जा रही हैं, हालांकि प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा यह कह चुके हैं कि कांग्रेस कभी अपने उन नेताओं को नहीं निकालना चाहती जो लंबे समय से साथ रहे हों. लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा कि जो कांग्रेस छोड़कर गए, उनकी स्थिति भी अच्छी नहीं है.