![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/Premium-ad-Icon.png)
Rajasthan Politics: राजेंद्र गुढ़ा ने अशोक गहलोत के 60 फीसदी मंत्रियों को बताया बलात्कारी, आगे की योजना पर कही यह बात
Rajasthan News: राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि 'ऊंटगाड़ा यात्रा' अगले 10-11 दिन में उदयपुरवाटी क्षेत्र को कवर कर लेगी. उसके बाद बड़ी सभा होगी. इसमें यात्रा को प्रदेश स्तरीय रूप देने पर चर्चा होगी.
![Rajasthan Politics: राजेंद्र गुढ़ा ने अशोक गहलोत के 60 फीसदी मंत्रियों को बताया बलात्कारी, आगे की योजना पर कही यह बात Sacked Minister Rajendra Singh Gudha Demanded Narco Teast of Ashok Gehlot's ministers Rajasthan Politics: राजेंद्र गुढ़ा ने अशोक गहलोत के 60 फीसदी मंत्रियों को बताया बलात्कारी, आगे की योजना पर कही यह बात](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/07/26/ce1c2eb1d098fee5a31789ee16e1e9131690342180814584_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Rajasthan News in Hindi: अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) मंत्रिमंडल से बर्खास्त और लाल डायरी लहराने के बाद विधानसभा से निलंबित पूर्व सैनिक कल्याण राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा (Rajendra Singh Gudha) ने मंगलवार को अपने विधानसभा क्षेत्र में महिलाओं के सम्मान में 'ऊंटगाड़ा यात्रा' शुरू की. मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने के बाद सरकार ने गुढ़ा को एक और झटका दिया है. एक साल पुराने भ्रष्टाचार के एक मामले में उनके समर्थक उदयपुरवाटी नगर पालिका के चेयरमैन रामनिवास सैनी को मंगलवार शाम निलंबित कर दिया गया.
क्या है राजेंद्र गुढ़ा का आगे का कार्यक्रम
'ऊंटगाड़ा यात्रा' के दौरान आयोजित सभाओं में राजेंद्र गुढ़ा ने कहा, '' गहलोत सरकार के ताबूत में आखिरी कील ठोकने का काम मैं करुंगा. मंत्रिमंडल का नार्को टेस्ट करवाइए, अगर 60 फीसदी मंत्री बलात्कारी नहीं निकले तो राजनीति छोड़ दूंगा. '' उन्होंने कहा कि 'ऊंटगाड़ा यात्रा' अगले 10-11 दिन में उदयपुरवाटी क्षेत्र को कवर कर लेगी. उसके बाद बड़ी सभा होगी. इसमें यात्रा को प्रदेश स्तरीय रूप देने पर चर्चा होगी.
सरकार ने समर्थक नगर पालिका अध्यक्ष को किया निलंबित
मिली जानकारी के अनुसार कुछ पार्षदों ने डीएलबी निदेशक को पत्र लिखकर पालिका में पिछले साल नियम विरुद्ध चार बागवानों की भर्ती करने और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. इस मामले में निदेशालय स्तर पर जांच हुई. जांच में भर्ती को गलत माना गया. जांच अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में टिप्पणी की कि चारों पद स्वीकृत ही नहीं थे. पालिका अध्यक्ष ने मिलीभगत कर जिन चार लोगों की नियुक्ति की, वे उनके रिश्तेदार हैं. इस भर्ती में नियमों का पालन नहीं किया गया. इसके बाद सरकार ने सैनी से स्पष्टीकरण मांगा. उन्होंने सरकार को अपना जवाब भी भेजा. लेकिन विधिक परीक्षण में उनका जवाब संतोषप्रद नहीं माना गया.
ये भी पढ़ें
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)