Rajasthan News in Hindi: सफारी, यह शब्द अक्सर जंगलों में जीप पर बैठकर या रेगिस्तान में जाकर ही इसका आनंद लेने का सुनने में आया है. कई पर्यटक तो सफारी करने के लिए ही टूर करने निकलते हैं. लेकिन अब जंगल और रेगिस्तान के अलावा भी उदयपुर में एक नए टूरिज्म के तहत सफारी की शुरुआत हुई है. यह सफारी उदयपुर संभाग के बांसवाड़ा जिले स्थित राजस्थान के दूसरे सबसे बड़े बांध माही बैराज के बैक वाटर में शुरू हुई है. बड़ी बात तो यह है कि इस सफारी का चार्ज प्रति व्यक्ति मात्र 600 रुपये है. इसमें ट्रैकिंग, बोटिंग, प्राचीन मंदिर देखने के साथ कैंपिंग भी होगी. जानिए क्या है सफारी.


बारिश में बंद हो जाती है जंगल सफारी
सभी सभी जानते हैं कि उदयपुर एक टूरिज्म हब है. जहां कई तरह की एक्टिविटी देखी जा सकती है.बात हो रही है सफारी की तो उदयपुर में कुंभलगढ़ और जयसमंद के जंगलों में फिलहाल सफारी होती है.लेकिन इन दोनों जगह पर यह सफारी मानसून में बंद हो जाती है. इसी करण टूरिस्ट घूमने तो आते हैं लेकिन बारिश के समय सफारी का आनंद नहीं उठा पाते.ऐसे में अब बारिश के समय भी सफारी की शुरुआत हुई है. 


सबसे ऊंचे पहाड़ पर कैसा होगा अहसास
उदयपुर संभाग के वागड़ यानी बांसवाड़ा और डूंगरपुर क्षेत्र में एक कैंपेन चल रहा है,जो है 'आओ देख वागड़'. इसको चला रहे हैं वहीं के रहने वाले ऋषिराज सिंह चौहान.इसी कैंपेन के तहत इन्होंने सफारी की शुरुआत की है.उनका कहना है कि इको टूरिज्म को बढ़ावा देने और वागड़ के दर्शन करने के मकसद से इसकी शुरुआत हुई है.सफारी में सबसे पहले गेस्ट को कागदी पिकप से जीप में बैठाते हैं. वहां से चाचा कोटा लेकर जाते हैं, जो माही डैम का बैक वाटर है.यहां पर कोई गेस्ट अगर वोटिंग करना चाहता है तो वह करता है.इसी के पास में ट्राइबल हाउस बने हुए हैं जिनको वह देखते हैं. इसके बाद बांसवाड़ा का सबसे टॉप प्वाइंट जगमेरु लेकर जाते हैं.वहां पर ऊपर चढ़ने के बाद पहाड़िया बिल्कुल घुमावदार और फ्लैट दिखती हैं. यह जगह बहुत ज्यादा खूबसूरत है.जहां गेस्ट काफी देर तक रुकते हैं और यहीं पर हम नाश्ता करवाते हैं.इसके साथ कैंपिंग की व्यवस्था भी है.आईसी के पास कई प्राचीन मंदिर हैं, जहां लेकर जाते हैं.यहीं पर ट्रैकिंग करवाते हैं और साथ में आसपास झरने भी है जहां गेस्ट आनंद लेते हैं.


कितना लगेगा चार्ज


जीप में 6 गेस्ट आराम से बैठ सकते हैं और एक ट्रिप के 3600 रुपये चार्ज करते हैं यानी प्रति व्यक्ति 600 रुपये लगते हैं. यह पूरा ट्रिप या कहे सफारी करीब 4 घंटे की होती है.उन्होंने यह भी बताया कि बांसवाड़ा में कई पर्यटन स्थल हैं, पूरे दिन का अगर कोई टूर करना चाह रहा है तो 7000 चार्ज करते हैं.पर्यटन विभाग की उपनिदेशक शिखा सक्सेना ने बताया कि पर्यटकों को ज्यादा से ज्यादा ठहराव के लिए यह एक नई शुरुआत हुई है. इसको हम प्रमोट कर रहे हैं,ताकि बारिश के समय भी यहां आने वाले पर्यटक माही बैराज डैम के खूबसूरत बैक वॉटर  एरिया में आनंद ले सकें और अपनी यादें बना सकें.


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