Bharatpur News: राजस्थान के भरतपुर जिले की नदबई तहसील के अरोड़ा गांव के पास जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे पर रविवार को तीसरे दिन भी चक्का जाम की स्थिति बनी हुई है.आंदोलन स्थल पर महिलाएं और बच्चे भी हाथों में लाठियां लेकर भाग ले रहे है. आंदोलनकरियों की मांग है की पहले जो हमारे आरक्षण संघर्ष समिति के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है उनको रिहा किया जाए, उसके बाद आगे की वार्ता की जाएगी.


अभी तक नहीं हुई है कोई वार्ता 


आंदोलनकरियों और प्रशासन के बीच अभी कोई वार्ता नहीं हो पाई है जिससे चक्का जाम को खत्म कराया जा सके. इस समय सैकड़ों की संख्या में समाज महिलाएं, युवा और बुजुर्ग हाथों में लाठियां लेकर हाइवे पर बैठे हुए हैं. किसी भी वाहन को नहीं निकलने दिया जा रहा है. जयपुर जाने वाले वाहनों को उच्चैन तिराहे से बयाना और भुसावर होकर और डेहरा मोड़ से डायवर्ट किया गया है.


वहीं जयपुर से आने वाले वाहनों हलैना से नदबई होते हुए डायवर्ट किया गया है. अभी तक यह आंदोलन नेतृत्व विहीन है, लेकिन मुरारी लाल सैनी के आने के बाद सरकार से वार्ता हो सकती है.  20 अप्रैल को ही पुलिस ने मुरारी लाल सैनी सहित 6 लोगों को गोवर्धन से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. मुरारी लाल सैनी ने ही चक्का जाम का एलान किया था. जिसके बाद समाज के लोग हाइवे पर आकर बैठ गए.


आसपास के गांव वाले खिला रहे खाना 


जयपुर-आगरा नेशनल हाइवे पर चक्का जाम कर रहे आंदोलनकारियों ने अब बीच हाइवे पर धूप से बचने के लिए टेंट लगा दिया है. जिन प्रदर्शनकारियों के घर आसपास हैं वे खाना खाने के लिए घर चले जाते हैं और जो आन्दोलनकारी दूर गांव से आए हैं उनके खाने का इंतजाम आसपास के गांव वाले कर रहे हैं. पीने के लिए हाइवे पर ही टैंकर खड़ा किया गया है. कोई अशांति न फैले इसलिए आंदोलन स्थल से करीब 500 मीटर की दूरी पर पुलिसबल का बड़ी संख्या में जाब्ता तैनात किया गया है. 


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