Sanatan Dharma: सनातन धर्म के प्रचार के लिए साधु संतों का एक जत्था जोधपुर से जगन्नाथपुरी (Jagannath Puri) पैदल यात्रा में निकल चुका है. पंच दशनाम जूना अखाड़ा के दिगंबर महाराज नागराज पुरी के सानिध्य में इस पैदल यात्रा का आयोजन किया गया. सनातन धर्म के प्रचार की पैदल यात्रा जोधपुर के औघड़नाथ महादेव आश्रम नाग पहाड़ से रवाना हुई थी. कड़ाके की ठंड के बावजूद छत्तीसगढ़ तक का सफर तय कर चुकी है. अब वहां से जगन्नाथपुरी धाम पहुंचेंगे.
महंत नागराज पुरी महाराज के सानिध्य में यात्रा चल रही है. केसर सिंह ने बताया कि जनवरी के अंत तक यात्रा जगन्नाथ पुरी धाम पहुंचेगी. जिसके बाद रामेश्वरम के लिए पैदल प्रस्थान करेंगे. रोजाना यह साधु संत 60 से 65 किलोमीटर की पैदल यात्रा तय करते हैं.
यात्रा में शामिल रथ में ही श्रद्धालुओं के लिए भोजन प्रसाद तैयार किया जाता है. रात का विश्राम मंदिर या आश्रम में करते हैं. सनातन धर्म के प्रचार के उद्देश्य से निकली गई पैदल यात्रा में विक्रम सिंह जूदेव, रानी जय सिंह, नितिन, संदीप सिंह चौहान, विश्व हिंदू परिषद नेता परमानंद सिंह, आकाश परिहार, प्रवीण वैष्णव यात्रा में वीरेंद्र सिंह लूणावास मदन सिंह इंदा जीतू सिंह खाबड़ा आदि भक्त शामिल हुए थे. इस साधु संतों की पैदल यात्रा में शामिल हुए हैं. इस धर्म यात्रा के दौरान कई जगह लोगों ने स्वागत किया.
पैदल यात्रा पर निकले साधु संत
बता दें कि इससे पूर्व में औघड़नाथ महादेव मंदिर पर्यावरण समिति के नेतृत्व में साधु संतों के साथ श्रद्धालुओं का जत्था पिछले साल चार धाम की पैदल यात्रा मात्र 35 दिन में पूरी करके लौट चुका है. वहीं 2021 में द्वारका की यात्रा जोधपुर से 16 दिन में पूरी की थी. दरअसल सनातन धर्म के प्रचार के उद्देश्य से जोधपुर से जगन्नाथपुरी के लिए साधु संतों पैदल यात्रा कर रहे हैं. इस यात्रा में जोधपुर के कई श्रद्धालु भी शामिल हैं. इस यात्रा के दौरान कई जगहों पर श्रद्धालुओं ने स्वागत किया.
देशभर में सर्दी का सितम देखने को मिल रहा है. कई राज्यों में ठंड और कोहरे की वजह से जीवन की रफ्तार पर ब्रेक लग गया है. इस कड़ाके की ठंड के बीच साधुओं ने सनातन धर्म का प्रचार के लिए पैदल यात्रा कर रहे हैं. वह रोजाना लगभग 60 किलोमीटर का सफर तय कर रहे हैं. बता दें कि साधुओं की यह जत्था जनवरी के अंत तक जगन्नाथ पुरी धाम पहुंच जाएगी. जिसके बाद ये साधु संत रामेश्वरम के लिए प्रस्थान करेंगे.
ये भी पढ़ें: Rajasthan: एक मां-बाप ने ठुकराया तो कईयों ने अपना लिया, कोटा में आज 3 मूक बधिर बेटियों की धूमधाम से होगी शादी