Sanchore Crime News: नया जिला बनाए गए सांचौर में परिजनों ने आज गुरुवार को धरना खत्म कर दोनों शवों का अंतिम संस्कार कर दिया. 20 -20 लाख की सहायता राशि पर सहमति बनने के बाद परिजन धरना खत्म करने को राजी हुए. धरना समाप्त होने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली. बता दें कि सोमवार की रात लापता हुई दो नाबालिग दलित बहनों के शव बुधवार सुबह नर्मदा नहर की मुख्य कैनाल में तैरते हुए मिले थे. घटना की सूचना पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई.


धरना खत्म कर किया अंतिम संस्कार


पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को बाहर निकाला. परिजनों ने शव लेने से इनकार करते हुए एसडीम कार्यालय के बाहर धरना शुरू कर दिया. सूचना के बाद एसपी दशरथ सिंह, डीएसपी रूप सिंह, इंदा थाना प्रभारी निरंजन प्रताप सिंह ने मौके पर प्रदर्शनकारियों से धरना समाप्त करने की अपील की. प्रदर्शनकारी दोनों परिवारों के लिए मुआवजे की मांग पर अड़े थे. परिजनों का आरोप है कि रेप के बाद दोनों बच्चियों की हत्या कर दी गई और सबूत छिपाने के लिए शवों को नर्मदा नहर में डाल दिया. उन्होंने कहा कि सोमवार की रात सुरेश कुमार विश्नोई बाइक दोनों को जंगल में ले जाकर ठेकेदार के कर्मचारी रणोदर निवासी हरलाल विश्नोई को सौंप दिया.


दो शव मिलने के बाद मचा हड़कंप


अनिल कुमार और देवाराम बिश्नोई ने रेप कर दोनों नाबालिग दलित लड़कियों की हत्या के बाद शव नर्मदा नहर में फेंक दिया. जल जीवन मिशन में काम करनेवाले ठेकेदार के कर्मचारी से गांव वालों ने पूछताछ की. शिवाड़ा निवासी सुरेश कुमार ने दोनों को घर से लाने की बात स्वीकार ली. परिजनों ने सुरेश के हवाले से बताया कि नाबालिग बच्चियों को अनिल और देवाराम के सुपुर्द कर दिया था. मृतक दोनों दलित लड़कियों की उम्र 16 और 17 साल की है. पुलिस ने कुछ संदिग्धों को थाने लाकर पूछताछ शुरू कर दी है. 


Rajasthan: माउंट आबू में बाल आयोग ने होटलों और रेस्टॉरेंट्स में मारा छापा, 25 बच्चों को कराया चाइल्ड लेबर से मुक्त