Sandalwood Smuggling: राजस्थान में चंदन की तस्करी रोकने के लिए पुलिस ने उठाया ये कदम, जेल की सलाखों जैसे लगाए ट्री गार्ड
Sandalwood Smuggling:चंदन की तस्करी पर रोक लगाने के लिए राजस्थान के झीलों की नगरी उदयपुर में चंदन के पेड़ों को सलाखों में कैद कर दिया है.
Sandalwood Smuggling In Udaipur: चंदन तस्करी, का नाम आते ही दक्षिण में देश के सबसे बड़े तस्कर रहे वीरप्पन (Veerappan) का नाम सामने आ जाता है. ‘पुष्पा फ़िल्म’(Pushpa Movie) लाल चंदन की तस्करी के आधार पर बनाई गई है. चंदन की तस्करी पर रोक लगाने के लिए राजस्थान (Rajasthan) के झीलों की नगरी उदयपुर (Udaipur) में चंदन के पेड़ों को सलाखों में कैद कर दिया है. जिससे चंदन के पेड़ों की तस्करी पर पाबंदी लगाया जा सके. यह नजारा उदयपुर की प्रसिद्ध झील फतहसागर (Fatehsagar) का है. यहां कला दीर्घा में लग रहे चंदन के पेड़ों को सलाखों में बंद कर दिया गया है.
इसलिए किया सलाखों में बन्द
राजस्थान में सबसे बड़ा जंगल उदयपुर में हैं, यहां अन्य पेड़ों के साथ चंदन के पेड़ भी काफी मात्रा में हैं. साथ ही उदयपुर शहर की बात करें तो गुलाब बाग और फतहसागर झील के पास काफी चंदन के पेड़ हैं, जहां लगातार चंदन चोरी के बाद तस्करी की वारदातें होती रहती है. पिछले माह फतहसागर झील के पास 15 दिनों के अंदर तस्कर 11 पेडों को काटकर ले जा चुके थे. इसके बाद प्रसिद्ध स्थल पर सुरक्षा के सवाल खड़े हुए. यहां करीब 55 पेड़ थे. जिनमें से 11 चोरी हो गए. इसके बाद उदयपुर नगर निगम ने करीब 45 पेड़ों के इर्द-गिर्द सलाखें लगा दिए और इन्हें सुरक्षित कर दिया.
चंदन पेड़ की रखवाली के लिए स्पेशल गार्ड तैनात
नगर निगम आयुक्त हिम्मत सिंह बारहठ ने बताया कि चंदन पेड़ चोरी की रोकथाम के लिए सभी पेड़ों को ट्री गार्ड से सुरक्षित कर दिया है. साथ ही इनकी सुरक्षा के लिए 24 घंटे गार्ड की तैनाती की गई है. 8-8 घंटे में टॉन गार्ड इनकी सुरक्षा में लगे हुए हैं.
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