Rajasthan News: विधायक भरत सिंह ने संभागीय आयुक्त को लिखा पत्र, बोले- 'बूंदी में हो रहे अवैध खनन...'
Rajasthan Politics: सांगोद के विधायक भरत सिंह ने एक बार फिर पर्यावरण संरक्षण को लेकर चिंता जाहिर की है. उनकी चिंता इस बात को लेकर है कि पहाड़ों को खोदा जा रहा है. उसका सौंदर्य खत्म किया जा रहा है.
MLA Bharat Singh Letter: पर्यावरण प्रेमी के रूप में अपनी पहचान रखने वाले सांगोद (Sangod) के विधायक और पूर्व मंत्री भरत सिंह (Bharat Singh) ने एक बार फिर पर्यावरण संरक्षण को लेकर चिंता जाहिर की है. चिंता इस बात की है कि बूंदी (Bundi) के पहाडों को खोदा जा रहा है. उसका सौंदर्य खत्म किया जा रहा है. यहां अवैध खनन हो रहा है और उसे रोकने वाला प्रशासन भी मौन है.
भरत सिंह ने संभागीय आयुक्त को लिखे अपने पत्र में कहा कि बूंदी जिले में ग्राम सथुर पर पहाड़ों पर खुले आम हो रहे अवैध खनन से बूंदी के सुन्दर पहाड़ो को नष्ट होने से बचाया जाना चाहिए. भरत सिंह ने अपने पत्र में कहा है कि जयपुर से कोटा नेश्नल हाईवे पर कोटा आते समय सथुर ग्राम के आसपास पहाड़ों पर हो रहे खनन से उनको नष्ट होता देखा जा सकता है. यह खनन वेध है या अवैध यह तो खनन विभाग ही बता सकता है, लेकिन जो कुछ दिखाई देता है, वह गलत हो रहा है.
प्रदेश में खनन रोकने की उठती रही है मांग
उन्होंने अपने पत्र में आगें लिखा है बूंदी शहर पर्यटन की दृष्टि से राजस्थान का महत्वपूर्ण जिला है. इस जिले के वनों के संरक्षण पर ध्यान देना आवश्यक है. खनन माफिया पहाड़ों को खोद रहे हैं और जिला प्रशासन मूकदर्शक बना सब कुछ देख रहा है. राजस्थान में खनन को रोकने के लिए मांग उठती रही है, लेकिन समय रहते सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की. भरतपुर का मामला किसी से छूपा नहीं है. भरतपुर संभाग के ब्रज भूमि क्षेत्र में गिट्टी-पत्थर के लिए पहाड़ियों पर व्यापक अवैध खनन का मसला देश भर में सुर्खियों में आया था.
साधु संतों को लड़नी पड़ी थी लड़ाई
भरत सिंह ने इस पत्र की प्रतिलिपि राज्य की मुख्य सचिव को भी भेजी है. राजस्थान की विभिन्न पर्वत श्रंखलाओं में पत्थर और मिट्टी के लिए अवैध रूप से पहाड़ों के खनन के मामले पहले भी सामने आते रहे हैं. इनमें सबसे चर्चित मामला भरतपुर संभाग में ब्रज क्षेत्र में पहाड़ों में अवैध खनन का था जिसके खिलाफ साधु-संतों तक ने लंबी लड़ाई लड़ी. इसी संघर्ष के दौरान एक साधु ने आत्मदाह कर लिया था. यही नहीं ब्रज क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन को रोकने की साधु-संतों की मांग के बावजूद उसकी लगातार अवहेलना किए जाने पर उन्होंने कई दिन तक अनवरत रूप से अनशन किया था.
पहले भी आए हैं खनन के मामले
इसके बाद जब भी सरकार ने इस अवैध खनन को रोकने के लिए कोई भी सार्थक कदम नहीं उठाया तो इससे खफा होकर भरतपुर जिले के डीग क्षेत्र के एक महंत विजय दास ने अपने शरीर पर केरोसिन छिड़ककर आग लगा ली थी. अब बूंदी जिले में अरावली की सुरम्य पर्वत श्रंखला में खनन का मामले सामने आ रहे हैं. पहले इसी जिले में इंद्रगढ़-लाखेरी क्षेत्र में भी अवैध रूप से पहाड़ियों के खनन के मामले प्रकाश में आए थे. बता दें भरत सिंह अवैध खनन को लेकर लगातार आवाज उठाते रहे हैं.
वह अपनी ही सरकार के मुख्यमंत्री और खनन मंत्री पर सीधा आरोप भी लगा चुके हैं. भरत सिंह ने खनन विभाग के मुखिया यानी खनन और गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया के खिलाफ भी कई बार शिकायत कर चुके हैं. यही नहीं वो खान की छोपडिया गांव को कोटा में मिलाने की बात भी कहते रहे हैं. खान की छोपडिया में अवैध खनन के चलते कई लोगों की जान जा चुकी है.