Rajasthan: विधायक भरत सिंह ने लोकसभा स्पीकर को लिखा पत्र, कालीसिंध बांध के मुद्दे पर वसुंधरा राजे पर लगाया ये बड़ा आरोप
Kalisindh River Dam: कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने कालीसिंध बांध को लेकर राजस्थान बीजेपी की पूर्ववर्ती सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
Sangod: कोटा (Kota) के सांगोद विधासभा से विधायक (Sangod Assembly MLA) और राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री भरत सिंह (Bharat Singh) ने कालीसिंध नदी पर बने बांध की ऊंचाई नहीं बढ़ाए जाने पर बीजेपी की पूर्व सरकार, सांसद और विधायक को दोषी ठहराया है. इस संबंध में उन्होंने एक पत्र लोकसभा अध्यक्ष को लिखा है, जिसमें उन्होंने बांध की ऊंचाई बढ़ाने की मांग की है. इस पत्र में भरत सिंह ने ऊंचाई नहीं बढ़ाने और बांध का स्वरूप बदलने को लेकर बीजेपी (BJP) की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) पर भी आरोप लगाए हैं.
भरत सिंह ने अपने पत्र में स्पष्ट लिखा है कि कालीसिंध बांध का निर्माण वर्ष 2013 में पूरा हो गया था. वर्ष 2013 के अंत में हुए विधानसभा चुनाव में सांगोद से मैं विधानसभा चुनाव हार गया था. हीरालाल नागर सांगोद से विधायक चुने गए थे. वर्ष 2014 में ही पहली बार आप कोटा- बूंदी लोकसभा से सांसद चुने गए थे. कालीसिंध बांध में वर्ष 2014 में पानी रोका गया. इस बांध से झालावाड़ के थर्मल प्लांट को पानी प्राप्त होता है.
इस बांध से कनवास और सॉगोद तहसील को सिंचाई के लिए पानी मिलना था, जिसे बीजेपी की वसुंधरा सरकार ने वर्ष 2014 में योजना का स्वरूप बदल कर रोक दिया. वसुंधरा राजे नहीं चाहती थीं कि इस बांध की ऊंचाई बढ़ाई जाए. इसका कारण स्पष्ट था कि डूब क्षेत्र में उनकी विधानसभा के गांव आते थे, जिससे उनको राजनैतिक नुकसान होना तय था.
सांसद और विधायक मूक दर्शक बनकर नजारा देखते रहे- भरत सिंह
कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार के नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि विडम्बना तो यह है कि, तत्कालीन विधायक हीरालाल नागर और हमारे सांसद ने सांगोद क्षेत्र की जनता के साथ हुई ठगी व धोखाधडी को मूक दर्शक बनकर यह सारा नजारा देखते रहे. यह कड़वा सच है कि वर्ष 2024 में आपको सांसद रहते 10 साल पूरे हो जाएंगे.
कालीसिंध बांध में पानी रोकने के भी 10 साल पूरे हो जाएंगे. इन 10 साल में कालीसिंध बांध की ऊंचाई को भारत सरकार का केन्द्रीय जल आयोग आपत्ति ही लगाता रहा है. आपके प्रयास शून्य रहे हैं. जनप्रतिनिधि जल आयोग की आपत्ति का समाधान भी नहीं करा सकें. उन्होंने कहा कि बांध की लागत 1301 करोड़ से बढ़कर 1462 करोड़ हो गई मगर 3.25 मीटर उंचाई बढ़ाने के आप द्वारा कोई प्रयास नहीं किए गए. प्रदेश के मुख्यमंत्री सही कहते है कि बीजेपी काम कम व मार्केटिंग अधिक करती है.
बीजेपी ने कभी विरोध नहीं किया- बीजेपी नेता मुकुट नागर
इस मामले में बीजेपी कोटा देहात के जिलाध्यक्ष मुकुट नागर का कहना है कि बीजेपी ने कभी भी कोई विरोध नहीं किया, इनका काम आरोप लगाना है. जबकी इन्होंने ही कनवास के पास किशोर सागर बांध का काम रोक दिया और वहां एनिकट बना दिया, जिस कारण करीब 40 गांव को नुकसान हुआ और वहां की 25 हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित नहीं हो सकी.