Sardarshahar By-election 2022 Highlights: सरदारशहर उपचुनाव के लिए मतदान समाप्त, कुल 60 प्रतिशत हुई वोटिंग
Sardarshahar By-election Voting Higlights: 7 बार के विधायक रहे पंडित भंवरलाल शर्मा के निधन के बाद ये सीट खाली हुई है. कांग्रेस ने यहां से भंवरलाल शर्मा के बेटे अनिल शर्मा को ही चुनावी मैदान में उतारा.
सरदारशहर विधानसभा उपचुनाव: शाम 5 बजे तक 60% के करीब पहुंचा मतदान
सरदारशहर विधानसभा उपचुनाव : 3 बजे तक 54.59% हुआ मतदान
सरदारशहर विधानसभा उपचुनाव: दोपहर 1 बजे तक 32.64 फीसदी हुआ मतदान
मतदान समाप्त होने में 2 घंटे से कम समय बाकी. परिणाम 8 अगस्त को. विधानसभा क्षेत्र में कुल 295 बूथ.
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा और आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने उपचुनाव में अपनी सारी ताकत लगा दी है. जाट बाहुल्य सरदारशहर सीट पर 70 हजार के करीब जाट मतदाता हैं.
अब तक हुआ 20.10 प्रतिशत मतदान. निर्वाचन आयोग के पर्यवेक्षक डॉ. लक्ष्मिशा व जिला निर्वाचन अधिकारी सिद्धार्थ सिहाग कर रहे मॉनिटरिंग.
सुबह 11.00 बजे तक सरदाशहर (राजस्थान) उपचुनाव में 19.87% वोटिंग हुई है. हल्की ठंड की वजह से मतदान धीमी गति से चल रहा है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा आज सरदारशहर विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान हो रहा है. मैं सभी मतदाताओं से आग्रह करता हूं कि क्षेत्र में विकास और प्रगति के लिए भारी संख्या में मतदान करें.
सरदारशहर विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी अशोक पींचा ने मतदान कर कहा, 'पहले मतदान, फिर जलपान, मैंने अपना मतदान कर दिया है, आप भी अपना मतदान अवश्य करें. लोकतंत्र के इस पर्व पर एक जिम्मेदार व जागरूक नागरिक के तौर पर मतदान करना हम सबका अधिकार ही नहीं बल्कि नैतिक दायित्व भी है.'
सरदारशहर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अनिल कुमार शर्मा ने मतदान किया. उन्होंने कहा, 'सरदारशहर विधानसभा के मतदाताओं से निवेदन है कि आप भी लोकतंत्र के इस महापर्व में बढ़-चढ़कर भाग लेवें और सरदारशहर के विकास में आपकी भागीदारी सुनिश्चित करें. मतदान हमारा हक है और फर्ज भी है.'
सरदारशहर विधानसभा उपचुनाव में 9 बजे तक 5.28 प्रतिशत मतदान हुआ. सुबह-सुबह ठंड की वजह से मतदान सुस्त है.
सरदारशहर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अनिल कुमार शर्मा ने कहा सरदारशहर की जनता कांग्रेस को अपना वोट स्वरूप आशीर्वाद देने जा रही है. सरदारशहर विधानसभा के मतदाताओं से निवेदन है कि मतदान अवश्य करें, आपका एक वोट सरदारशहर की विकास गाथा लिखने में महत्वपूर्ण सिद्ध होगा.
सरदारशहर विधानसभा उपचुनाव में सुबह 8 बजे से शुरू हुआ मतदान और शाम 5 बजे तक जारी रहेगा. यहां आज 10 प्रत्याशियों के लिए वोट डाले जा रहे हैं. सरदार शहर सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है, लेकिन हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने उपचुनाव में जाट प्रत्याशी उतार कर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया.
सरदारशहर विधानसभा उपचुनाव में 1,52,640 पुरुष और महिला मतदाता 1,36,939 हैं. भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर इस उपचुनाव में लगभग चार हजार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है.
सरदारशाह विधानसभा क्षेत्र में कुल 295 बूथ हैं, जिनमें से 74 बूथ संवेदनशील व अतिसंवेदनशील की कैटेगरी में रखे गए हैं. इनकी निगरानी के लिए वीडियोग्राफी के विशेष प्रबंध किए गए हैं. साथ ही सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया है.
सरदारशहर सीट से कांग्रेस की तरफ से अनिल शर्मा तो बीजेपी की तरफ से पूर्व विधायक अशोक पींचा को चुनावी मैदान में उतारा गया है. वहीं रालोपा की तरफ से लालचंद मूंड को टिकट मिला है.
सरदारशहर विधानसभा के अगर वोटों की बात करें तो यहां कुल 2.89 लाख वोटर है. जिनमें से सबसे ज्यादा जाट मतदाता हैं. 65 हजार वोट यहां जाटों के हैं तो वहीं 15 हजार की मुस्लिम आबादी भी है.
चूरू जिले की सरदारशहर सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है. इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है.
बैकग्राउंड
Sardarshahar By-election 2022 Live: राजस्थान के चूरू जिले की सरदारशहर सीट पर आज उपचुनाव के लिए मतदान होगा. सात बार के विधायक पंडित भंवरलाल शर्मा के निधन से खाली हुई इस सीट पर उनके बेटे अनिल शर्मा को ही कांग्रेस ने मैदान में उतारा है. वहीं बीजेपी की अगर बात करें तो बीजेपी ने पूर्व विधायक अशोक पींचा पर अपना दांव खेला है. वहीं लालचंद मूंड रालोपा की सीट से इस मुकाबले को और दिलचस्प बना रहे हैं. इस उपचुनाव के परिणाम 8 दिसंबर को आएंगे.
लेकिन देखा जाए तो इस क्षेत्र के लोगों में उपचुनाव के लिए ज्यादा उत्साह तो नहीं क्योंकि चाहे जो भी प्रत्याशी जीते वो सिर्फ 1 साल तक ही इस विधानसभा क्षेत्र का सिरमौर रह पाएगा. उसमें से कुछ महीने तो आचार संहिता में ही निकल जाएंगे. फिर अगले साल में पूरे राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने है.
वहीं बात करें अगर सरदारशहर सीट पर सियासी समीकरण की तो 7 बार के विधायक रहे पंडित भंवरलाल शर्मा एक कद्दावरनेता माने जाते थे. इस लिहाज से उनके बेटे अनिल शर्मा पर विरासत बचाने की चुनौती है. अपने सियासी अस्तित्व को बचाने के लिए बीजेपी के अशोक पींचा ने भी पूरा दमखम इस चुनाव में लगा रखा है. 5 बार चुनाव लड़ने के बार सिर्फ एक बार ही उन्हें जीत नसीब हुई है. वहीं पहले बसपा तो अब रालोपा से चुनाव लड़ रहे लालचंद मूंड भी किसी भी हालत में यहां जीत के लिए संघर्ष करते दिख रहे है.
क्या कहता है जातीय समीकरण
सरदारशहर विधानसभा के अगर वोटों की बात करें तो यहां कुल 2.89 लाख वोटर है. जिनमें से सबसे ज्यादा जाट मतदाता है. अगले 65 हजार वोट यहां जाटों के है तो वहीं 15 हजार की मुस्लिम आबादी भी है. जाट मतदाताओं के बाद यहां संख्या के हिसाब से देखा जाए तो ब्राह्मण दूसरे नंबर पर है यहां ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या 30 हजार है तो 25 हजार वोटर राजपूत भी है.
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