Shani Gochar 2023  News: इस साल शनि एक ही बार राशि बदलेगा. शनि 17 जनवरी से अपनी राशि यानी कुंभ में रहेगा. इससे धनु राशि वालों की साढ़ेसाती खत्म होगी. मिथुन और तुला राशि के लोगों को ढय्या से राहत मिलेगी. इस दौरान ये ग्रह 140 दिनों तक वक्री और 33 दिन अस्त रहेगा. शनि की चाल में बदलाव का असर सभी राशियों पर पड़ेगा. पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि शनि का ये गोचर सभी के लिए महत्वपूर्ण रहेगा. 


उन्होंने बताया कि शनि के प्रत्येक गोचर का प्रत्येक मनुष्य के जीवन पर एक निश्चित प्रभाव पड़ता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ राशियों के लिए ये गोचर न केवल शुभ साबित होगा बल्कि उनके लिए सौभाग्य, धन, समृद्धि और ढेर सारी खुशियां भी लाएगा. शनि का ये गोचर कुछ लोगों के लिए सौभाग्य लेकर आएगा. वहीं कुछ लोगों के लिए ये मुश्किलें या चुनौतियां भी ला सकता है. ज्योतिष के अनुसार शनि का गोचर काफी अहम माना जाता है. शनि को किसी भी राशि में प्रवेश करने में करीब ढाई साल का समय लग जाता है.


कुंभ राशि में  प्रवेश करने जा रहे हैं शनि
ज्योतिषाचार्य डा. व्यास ने बताया कि शनि अपनी स्वराशि कुंभ में प्रवेश करने जा रहे हैं. शनि ग्रह में होने वाले इस बदलाव से कई लोगों की जिंदगी प्रभावित होगी. किसी पर इस दौरान शनि की साढ़े साती शुरू हो जाएगी, तो किसी पर शनि की ढैय्या. वहीं किसी को शनि की दशा से मुक्ति मिल जाएगी. शनि सभी ग्रहों में सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है. ज्योतिष शास्त्र में मान्यता है कि शनि देव अत्यंत धीमी गति से चलते हैं. जब भी शनि ग्रह राशि परिवर्तन करते हैं तो कुछ राशियों पर ढैया और कुछ राशियों पर शनि की साढ़े साती शुरू हो जाती है. कुंडली विश्लेषक डा. व्यास ने बताया कि ज्योतिष के अनुसार कुंभ राशि के स्वामी ग्रह शनि हैं. इसके अलावा शनि मकर राशि के भी स्वामी हैं. मिथुन राशि इनकी उच्च जबकि मेष शनि की निम्र राशि है.


मीन राशि पर शुरू होगी साढ़ेसाती
डा.व्यास ने बताया कि शनि के कुंभ राशि में आते ही मीन राशि की साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी और धनु राशि वालों को इससे राहत मिलेगी. इस तरह पूरे साल मकर, कुंभ और मीन राशि वाले लोगों पर शनि की साढ़ेसाती का असर रहेगा. इनमें मकर राशि वालों को जॉब और बिजनेस में तरक्की मिलने के योग बनेंगे. वहीं कुंभ और मीन राशि वाले लोग परेशान हो सकते हैं. इन दोनों राशियों के लोगों को चोट लग सकती है. इसके साथ ही कामकाज में अनचाहे बदलाव होने की भी आशंका है.


कर्क और वृश्चिक राशि पर रहेगी ढय्या
उन्होंने बताया कि शनि के राशि परिवर्तन करने से मिथुन और तुला राशि के लोगों को ढय्या से राहत मिलेगी. इन राशियों के लोगों को फायदा होगा. वहीं कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि की ढय्या शुरू हो जाएगी.इससे इन दो राशियों के लोगों के ट्रांसफर होने, नौकरी और बिजनेस में जिम्मेदारी बदलने के योग बनेंगे. इनकी दौड़ भाग भी बढ़ सकती है. विवाद हो सकते हैं. कामों में ज्यादा मेहनत के बाद ही सफलता मिल पाएगी. इसलिए इन राशियों के लोगों को संभलकर रहना होगा.


देश-दुनिया के लिए शनि
डा. व्यास ने बताया कि शनि के कुंभ राशि में आने से देश में कंस्ट्रक्शन बढ़ेगा. जीभ लार मुख की सर्जरी सहित लाइलाज बीमारियों का उपचार मिलेगा. चिकित्सा क्षेत्र में बड़े आविष्कार होंगे. ये आविष्कार अधिक रोगों का उपचार में सहयक होंगे. तेल खनन चिकित्सा गैस पाइपलाइन शराब लोहा मशीनरी धातु आदि की मांग बढ़ेगी. पश्चिमी देशों में विवाद बढ़ सकते हैं. वित्तीय स्थिति में सुधार होगा. निचले वर्ग के लोगों के लिये रोजगार के मौके मिलेंगे. ऐसे लोगों को पद और अधिकार भी मिल सकते हैं. हालांकि पड़ोसी देशों से जुड़ी भारत की सीमाओं पर तनाव और विवाद बना रहेगा. शनि के प्रभाव से देश में बड़े कानूनी फैसले हो सकते हैं. गैर कानूनी काम करने वालों को सजा मिल सकती है. लंबे समय से मेहनत कर रहे लोगों को इस साल सफलता मिलने की पूरी संभावना है.


उपाय
उन्होंने बताया कि शिव उपासना और हनुमत उपासना करें. मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी की पूजा करें. हनुमान चालीसा और शनि चालीसा का पाठ करें. शनिवार के दिन शनि मंदिर में छाया दान अवश्य करें. गरीब, वृद्ध, असहाय लोगों को भोजन कराएं. पशु पक्षियों के लिए दाने,  हरे चारे, पानी की व्यवस्था करें. तेल का दान भी कीजिए. तेल दान करने से आपको अपने कष्टों से छुटकारा मिलता है. शनिवार को लोहे से बनी चीजों को दान करना चाहिए. इस दिन लोहे का सामान दान करने से शनि देव शांत होते हैं.


उन्होंने बताया कि लोहा दान देने से शनि की दृष्टि निर्मल होती है. काले कुत्ते को शनिवार के दिन सरसों के तेल से बनी रोटी खिलानी चाहिए. सूर्यास्त के समय पीपल के पेड़ के पास सरसों के तेल का दीपक जलाने से शनि दोष से मुक्ति मिलती है. डा.व्यास ने बताया कि किसी असहाय को बेवजह परेशान नहीं करें. मांस, मदिरा का सेवन बिल्कुल नही करें. कमजोर व्यक्तियों का अपमान न करें. अनैतिक कार्यों से दूर रहें.


Makar Sankranti 2023: दान-पुण्य करने का महापर्व है मकर संक्रांति, राशि अनुसार जानें क्या करें दान