Rajasthan News: राजस्थान के मंत्री शांति धारीवाल ने सोमवार को कोटा में प्रशासन शहरों के संग अभियान की समीक्षा बैठक लेकर निगम व न्यास के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. निर्देश में उन्होंने कहा कि 30 जून तक पट्टे के लिए किए गए आवेदनों की आपत्तियों का निस्तारण कर नियम अनुसार पट्टों का वितरण किया जाए. 


पट्टो की मांग के अनुरूप अधिकारियों को सरकार द्वारा दी जा रही छूट एवं रियायतों के तहत नियमानुसार पट्टा वितरण करने के निर्देश दिए. वहीं निगम की नाम हस्तांतरण की फाइलों को रोके जाने पर यूडीएच मंत्री ने निगम उपायुक्त को जमकर फटकार लगाई और कहा कि शीघ्र ही लोगों के काम होने चाहिए.


ज्यादा लोगों को अपने आवास का स्वामित्व प्राप्त होना चाहिए


मीडिया से बातचीत में मंत्री धारीवाल ने कहा कि अभियान के तहत अब तक 8.50 लाख से अधिक आवेदकों को पट्टे वितरण किए जा चुके हैं. हमारा टारगेट 10 लाख से अधिक पट्टे वितरण करने का है. उन्होंने कहा कि अभियान लगातार जारी रहेगा ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने भूखंड व आवास का स्वामित्व प्राप्त हो सके.  इस दौरान उन्होंने हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि फोटवॉल के बाहर बसे लोगों को भी पट्टे दिए जाएंगे.


'काम करते हैं फिर भी डांट खाने को मिलती है'


यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल द्वारा निगम उपायुक्त को फटकार लगाए जाने के बाद उपायुक्त रिंकल गुप्ता ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मेरे पास निगम में केवल 8-10 की पेंडेंसी है. वह भी में निकाल दूंगी, लेकिन टोटल सभी के पास पेंडेंसी है. हम काम भी करते हैं और डांट भी खाने को मिले तो फील होता है. काम तो हम करते हैं और पूरा समय देते हैं उसके बाद भी मेयर को लगता है मैंने फाइल को रोक रखा है.


वहीं कोटा (kota) दक्षिण महापौर राजीव भारती ने उपायुक्त की शिकायत धारीवाल से की थी. महापौर का कहना है कि नामांतरण की फाइलों को पेंडिंग रखा जा रहा है. उपायुक्त इस मामले में गंभीरता नहीं दिखा रही थी.


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