Kota Girl Kidnapping Case: कोटा में अपहरण कर 30 लाख की फिरौती मांगने का मामला पूरा झूठा निकला है. शहर पुलिस अधीक्षक कोटा डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि 18 मार्च 2024 को शाम को शिवपुरी पुलिस ने सूचना दी की कोटा की एक छात्रा का अपहरण हो गया है और 30 लाख की फिरौती मांगी गई है.
पिता के मोबाइल पर इस तरह के मैसेज हैं, उसके बाद तत्काल कोटा पुलिस एक्शन में आई और टीमें गठित कर फोन लोकेशन, आम सूचना और अन्य संसाधनों के माध्यम से छात्र की तलाश शुरू की गई. पिता के मोबाइल नंबर पर छात्र के अपहरण कर हाथ पैर रस्सी से बंधे हुए फोटो भी शेयर किए गए थे. इस पूरे मामले का कोटा पुलिस ने खुलासा कर दिया है.
कोटा की किसी कोचिंग में नहीं पढ़ती थी छात्रा
एसपी डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि यह पूरा मामला झूठा है. बच्ची और उसका एक दोस्त विदेश जाना चाहते थे जिसके चलते उन्होंने यह पूरी साजिश रची है. हमारी एक टीम जयपुर और एक टीम इंदौर में अभी डेरा डाले हुए हैं.
बच्ची अभी नहीं मिल सकी है लेकिन हमारा उनसे अनुरोध है कि वह जल्द ही निकटतम थाने में पहुंचें. आपकी वजह से पुलिस और माता-पिता परेशान हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि अनुसंधान में यह स्पष्ट हो गया है की यह छात्रा कोटा में किसी भी कोचिंग में नहीं पढ़ती थी, ना ही वह किसी हॉस्टल में रही है.
तीन दिन रही कोटा, उसके बाद नहीं आई
एसपी अमृता दुहन ने कहा कि 3 अगस्त 2023 को बच्ची अपनी मां के साथ कोटा आई थी और 3-4-5 अगस्त को वह कोटा में एक हॉस्टल में रुकी थी, लेकिन उसके बाद वह इंदौर चली गई और वापस कोटा नहीं आई. छात्रा ने अपने माता-पिता को भ्रमित किया और दूसरे मोबाइल से लगातार कोचिंग में पढ़ने के मैसेज किए, उन्होंने कहा कि यह छात्रा अपने दोस्त के साथ विदेश जाना चाहती थी पढ़ाई करना नहीं चाहती थी.
विदेश जाने के लिए इन्हें पैसों की जरूरत थी, इसलिए यह पूरी घटना रची गई. छात्र के पिता ने एफआईआर में एक इंदौर की घटना का भी जिक्र किया है, जिसमें कुछ लड़के इसे परेशान करते थे. उसके बाद पिता ने उसे इंदौर से कोटा लाने का फैसला किया था.
माता-पिता को लग रहा था कि बेटी कोटा में नीट की तैयारी कर रही है. इंदौर में जो घटनाक्रम पहले हुआ था, उन लड़कों का इस घटना से कोई लेना देना नहीं है. माता-पिता को भी छात्रा ने भ्रमित किया है, जिस वजह से काफी समस्या आई. परिवार वाले पुलिस और शहर सभी परेशान रहे. एसपी अमृता दुहन ने कहा कि देने वाले को पुलिस ने 20 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राजस्थान सीएम से की थी बात
इस मामले में केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा से बात की थी. साथ ही उन्होंने साफ कहा है कि बेटी हमें जल्द वापस चाहिए. अपहरण के इस मामले के बारे में जब ज्योतिरादित्य सिंधिया को पता चला तो उन्होंने इस बारे में राजस्थान के सीए भजनलाल शर्मा से फोन पर बात की और उनसे कहा कि पुलिस जल्द से जल्द तहकीकात कर हमारी बेटी को वापस लाने को कहा है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पीड़ित छात्रा के पिता से भी फोन पर बात की और आश्वासन दिया कि वह खुद अब इस मामले में अपडेट ले रहे हैं. उन्होंने सीएम भजनलाल को जल्द से जल्द बेटी को वापस लाने को कह दिया है. वहीं, उन्होंने छात्रा के पिता से यह भी कहा कि वह उनसे संपर्क बनाए रखें. वह कैसे भी करके बेटी को वापस लाएंगे.
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