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(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Pratapgarh News: प्रतापगढ़ में यूरिया की किल्लत, मांग 27 हजार टन की लेकिन आया 16 हजार टन, लोग परेशान
जिला कृषि विभाग के उपनिदेशक भूरीलाल पाटीदार का कहना है कि मांग के अनुसार लगातार खाद को उपलब्ध कराया जा रहा है. साथ ही कालाबाजारी को रोकने के लिए निरीक्षक निगरानी रखे हुए हैं.
Shortage of urea: राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में खाद की किल्लत हो रही है. यही कारण है कि अरनोद तहसील में गुरुवार को खाद लेने के लिए किसानों की लाइन लगी रही. सभी रबी फसल के लिए यूरिया खाद उचित मूल्य पर लेने के लिए दुकान के सामने खड़े रहे. बताया जा रहा है कि इस एरिया में 2,000 टन यूरिया की मांग थी लेकिन सिर्फ 700 टन ही आया. साथ ही जिले में हालात ऐसे हैं किसानों को खाद की मांग 27,000 टन की है जबकि रबी की सीजन में 16,000 टन ही खाद आया.
कालाबाजारी की भी संभावना बढ़ी
रबी फसल की बुआई हुए 1 महीने से ज्यादा हो गया है और इसी समय रबी में गेहूं फसल को खाद की जरूरत होती है. ऐसे में खाद नहीं आने से फसलों के उत्पादन के साथ-साथ बीमारियों पर भी असर पड़ सकता है. वहीं कालाबाजारी की भी संभावना बढ़ गई है. हालांकि जिले में सिर्फ यूरिया खाद की ही कमी नहीं है बल्कि अन्य खाद की मांग भी ज्यादा है और वितरण मांग अनुसार नहीं है.
उपनिदेशक बोले- मांग के अनुसार उपलब्ध कराया जा रहा खाद
जिले में डीएपी 4,300 टन की मांग है लेकिन 3400 टन ही आया. वहीं एनपीके की मांग 1130 टन है और आया 2000 टन. इसी तरह एमओपी 645 टन की मांग है पर 400 टन ही आया. जिला कृषि विभाग के उपनिदेशक भूरीलाल पाटीदार का कहना है कि मांग के अनुसार लगातार खाद को उपलब्ध कराया जा रहा है. साथ ही कालाबाजारी को रोकने के लिए निरीक्षक निगरानी रखे हुए हैं.
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