Rajasthan Crime News: राजस्थान के सिरोही में लुटेरी दुल्हन गैंग का पर्दाफाश हुआ है. पुलिस ने तीन महिलाएं और एक पुरुष को आज (सोमवार) पकड़ा है. गिरफ्तारी के बाद चारों आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने न्यायिक अभिरक्षा में भेजने का आदेश दिया.
पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल ने बताया कि अचपुरा गांव निवासी अशोक कुमार ने लिखित रिपोर्ट दी थी. ओमप्रकाश अग्रवाल और कैलाश अग्रवाल ने शादी कराने के नाम पर ढाई लाख रुपये की अशोक कुमार से मांग की.
फरियादी ने 30 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर 70 हजार कैश में दिया. एक लाख मिलने के बाद दलाल फरियादी को महाराष्ट्र ले गए. उन्होंने अमरावती में सुषमा अभ्यंकर, राजकन्या विजयराव तेलमोरे, अन्नू और बिलास दामोदर इंगले से मुलाकात कराई. फरियादी को कहा गया कि सुषमा अविवाहित है. सुषमा से शादी के लिए एक लाख पचास हजार रुपये देने होंगे. 5 मई को दलाल स्वरूपगंज के एक होटल में रुके. सुषमा के साथ रिश्तेदार भी आए थे.
शादी के नाम पर युवक को लगाया लाखों का चूना
होटल में बाकी के एक लाख पचास हजार रुपये देने की मांग की गई. पीड़ित ने दलाल को पैसे दे दिये. काशी विश्वनाथ मंदिर कासिंद्रा ले जाकर फरियादी की शादी सुषमा के साथ हिंदू रीति रिवाज से कराई गई. 11 मई को सुषमा के साथ आई मौसी-मौसा ने और रुपयों की मांग की. पीड़ित ने मौसी अन्नू को 90 हजार की रकम तीन बार में ऑनलाइन ट्रांसफर किए. 65 हजार कैश दूसरी मौसी राजकन्या और मौसा विलास दामोदर इंगले को होटल में भी दिए.
पुलिस के शिकंजे में लुटेरी दुल्हन समेत चार लोग
रिश्तेदारों ने सुषमा को पीड़ित के साथ गांव भेजा. पीड़ित अशोक ने बताया कि 26 मई को दुल्हन के साथ आबू रोड से जयपुर गया. जयपुर से मध्य प्रदेश के बागेश्वरधाम, खजुराहो होते हुए अजमेर आया. अजमेर में खरीदारी करने के दौरान लुटेरी दुल्हन सुषमा मौका देखकर फरार हो गई. पीड़ित ने शादी के बाद सुषमा को 20 हजार का मोबाइल फोन और जेवरात दिए थे. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लुटेरी दुल्हन समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया. एक अन्य फरार आरोपी की तलाश जारी है.
रिपोर्ट- तुषार पुरोहित
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