Rajasthan Congress News: राजस्थान की बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट से कांग्रेस नेता उम्मेदाराम बेनीवाल की जीत के बाद संसदीय क्षेत्र में उनके स्वागत के लिए कार्यक्रम किए जा रहे हैं. सोमवार को धोरीमन्ना में सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल के स्वागत में कार्यक्रम के दौरान बाड़मेर कांग्रेस में चल रही गुटबाजी खुलकर सामने आती दिखी.


पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी और पूर्व प्रधान तजाराम उलझ गए. पूर्व सांसद सोनाराम मंच से संबोधन कर रहे थे. इस दौरान तजाराम कर्नल की तरफ लपके ही थे कि वहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने उन्हें रोक दिया. मंच पर हंगामा चलता रहा हाथापाई तक कि नौबत आ गई. काफी समझाने के बाद मामला शांत हुआ.


कैसे शुरू हुआ विवाद?
कर्नल सोनाराम चौधरी ने मंच पर अपना संबोधन शुरू किया और उन्होंने कहा कि यहां कुछ देर पहले पैसों की बात हुई थी. मैं उसको समझा नहीं, इस दौरान मंच पर मौजूद तजाराम ने कहा कि लोग विधानसभा चुनाव में खर्च किए गए पैसे मांग रहे हैं. वो दे दो. कर्नल सोनाराम ने इसका जवाब देते हुए कहा कि मैं भी 10 लाख रुपए मांग रहा हूं. मुझे दे दो इसके साथ ही कहा "चोर की दाढ़ी में तिनका".


इतना कहते ही तजाराम जैसे ही कर्नल सोनाराम की तरफ लपके इस दौरान मंच पर मौजूद कर्नल सोनाराम के समर्थकों ने रोक लिया. इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो अब वायरल हो रहा है. इसको लेकर सोशल मीडिया पर कांग्रेस की जीत पर कई तरह के तंज कसे जा रहे हैं.






विधानसभा चुनाव में मिली थी हार
कर्नल सोनाराम को विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया था. इस चुनाव में हार मिली, जिससे नाराज चल रहे हैं. सोनाराम ने सांसद के स्वागत में किए गए कार्यक्रम के दौरान अपने विरोधियों पर हमला बोलते हुए पीठ में छुरा घोपने के गंभीर आरोप लगाए. इसी दौरान मंच पर मौजूद तजाराम नाराज हो गए. कहने लगे कि विधानसभा चुनाव में खर्च किए हुए, मेरे 10 लाख रुपये दे दीजिए. इस दौरान मंच पर मौजूद सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल तजाराम को शांत करते दिखे.


पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने सांसद के स्वागत के लिए किए गए कार्यक्रम में हुए हंगामा और हाथापाई से नाराज होकर दोनों ही नेताओं को खरी खोटी सुनाई.


अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि कर्नल सोनाराम तो चुनाव में खड़े हुए थे. उनकी तो आपसे कुछ बात हो सकती है. लेकिन में तुम लोगों का क्या बिगाड़ा है. मेरे बारे में भी आप लोगों ने कहना शुरू कर दिया. हमने सबसे ज्यादा फायदा दिया है. तो मात्र एक आदमी को दिया है. दूसरे आदमी को नहीं दिया है. मुझे कोई एमएलए बनना है या मुझे कोई एमपी बना है यहां पर छोटे-मोटे का किसी तरह का कोई कायदा नहीं है.


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