Jaipur News: राजस्थान यूथ कांग्रेस में 'बड़ी फूट' सामने आई है. प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश मीणा (Rakesh Meena) ने आहत होकर शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया है.  उन्होंने इसके पीछे कई वजहें गिनाई है, लेकिन यह संगठन के हिसाब से बड़ा झटका माना जा रहा है. राकेश NSUI के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं. उनके इस इस्तीफे को बड़े घटनाक्रम से जोड़कर देखा जा रहा है. उन्होंने बताया कि युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश घोघरा पर कार्रवाई न होने से वो दुखी हैं. उन्हें निलंबित किया जाय. चर्चा है कि राकेश मीणा को सरकार आने के बाद कोई अहम भूमिका नहीं मिली है. जिससे वो नाराज चल रहे हैं.  


घोघरा पर कार्रवाई की मांग 
राकेश मीणा युवा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं और NSUI के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हैं. उन्होंने अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. राकेश मीणा ने आरोप लगाया कि पिछले दिनों राजस्थान के कैबिनेट मंत्री शांति धारीवाल के घर पर एक मीटिंग का आयोजन किया गया. जिसमें युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश घोघरा भी शामिल हुए थे. पार्टी में नियम सभी के लिए समान होने चाहिए कोई छोटा या बड़ा नहीं होता है. यदि कोई व्यक्ति पद पर रहते हुए अनुशासनहीनता करता है तो उसका संदेश जनता में गलत जाता है. इस बात को लेकर मैं बहुत व्यथित हूं. 


राजनीतिक नियुक्तियों में बंदरबांट का आरोप 
राकेश मीणा ने कहा कि राजस्थान विधानसभा चुनाव सचिन पायलट के चेहरे पर लड़ा गया और युवाओं ने पायलट के नाम पर वोट भी दिया है, लेकिन पायलट को कुछ भी नहीं मिला. जिसका संदेश जनता में गलत गया है. कांग्रेस पार्टी, राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी का आम कार्यकर्ता हूं. एक कार्यकर्ता कि हैसियत से कांग्रेस पार्टी के लिए काम करता रहूंगा, मेरा निर्णय स्वयं का है. इसको किसी भी व्यक्ति से इसे जोड़कर नहीं देखा जाए. जिस प्रकार से राजस्थान सरकार में राजनीतिक नियुक्तियों में बंदरबांट की गई. रातोरात नए बोर्ड निगमों का गठन किया गया और नियुक्तियों में पक्षपात किया गया वह उचित नहीं है. जब पार्टी विपक्ष में होती है तो वो कार्यकर्ता ही है जो वर्ष भर संघर्ष करता है, पार्टी के लिए काम करता है और जब सरकार बनती है तो उस कार्यकर्ता को किनारे नहीं करना चाहिए इससे कार्यकर्ता निराश होता है. 


प्रमोशन में किया गया पक्षपात किया
प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश मीणा ने कहा कि मुझे पार्टी में जो दायित्व मिला वो राहुल गांधी की सोच के कारण मिला. लोकतांत्रिक व्यवस्था के कारण मिला. युवा कांग्रेस में कई कार्यकर्ताओं का दो से तीन बार प्रमोशन किया गया है, लेकिन मेरे सहित कुछ कार्यकर्ता प्रदेश कार्यकारिणी में हैं, जिनको एक बार भी प्रमोशन नहीं दिया गया है. जिनसे कांग्रेस के चुनाव में 500 वोट भी नहीं आए, उनको राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगह दी गई है.


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